Child Development and Pedagogy CTET

बाल विकास एवं शिक्षाशास्त्र ( Child Development and Pedagogy ) Part – 5 – पिछली परीक्षाओं में पूंछे गये महत्वपूर्ण Question and Answer

Child Development and Pedagogy For UPTET
Written by Nitin Gupta

नमस्कार दोस्तो , कैसे हैं आप ? I Hope आप सभी की पढाई अच्छी चल रही होगी 🙂

दोस्तो आज की हमारी पोस्ट बाल विकास एवं शिक्षाशास्त्र से संबंधित उन प्रश्नों के बारे में है जिनको पिछ्ले Teaching के Exam जैसे CTET , UPTET , MP Samvida Teacher , HTET , REET आदि में कहीं न कहीं पूंछा गया है ! और आंगे आने बाले सभी तरह के Exams , जिनमें कि Child Development and Pedagogy से संबंधित प्रश्न पूंछे जाने हैं उनमें द्वारा पूंछे जाने कि पूरी पूरी संभाबना है तो आप सभी इन प्रश्नों को अच्छे से याद कर लीजिये 🙂

Child Development and Pedagogy के पिछ्ले Year के Question से संबंधित यह हमारा 5th पार्ट है व इसके अन्य पार्ट भी हम लगातार आपको अपनी बेबसाईट पर उपलब्ध कराते रहेंगे तो आप सभी से Request है कि आप हमारी बेबसाईट को विजिट करते रहिये ! 🙂

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Child Development and Pedagogy

  • अध्‍ययन की दृष्टि से व्‍यक्तिगत विभिन्‍नताओं का महत्‍व है – विद्यार्थियों का समरूप समूहों में वर्गीकरण।
  • विभेदकारी परीक्षण अंतर करता है – कमजोर विद्यार्थियों में, सामान्‍य विद्यार्थियों में, प्रतिभाशाली विद्यार्थियों में।
  • प्रतिभाशाली शिक्षार्थियों के लिए – शिक्षक को अनुकूलन करना चाहिए, जैसे शिक्षार्थी में बदलाव आता है।
  • वंचित समूहों के विद्यार्थियों को सामान्‍य विद्यार्थियों के साथ्‍-साथ पढ़ाना चाहिए, इसका अभिप्राय है – समावेशी शिक्षा
  • एक बच्‍चे को अकेलापन और एकांत पसंद है। यह स्‍वभाव जिससे संबंधित है – सामाजिक भिन्‍नता
  • एक बच्‍चे में बेईमानी और चोरी की आदत विकसित हो जाती है, बच्‍चा अन्‍य बच्‍चों से जिस दृष्टिकोण से भिन्‍न है, वह है – नैतिकता
  • अन्‍तर्मुखी व्‍यक्तित्‍व वाले व्‍यक्ति रुचि रखते हैं – स्‍वयं अपने में
  • व्‍यक्तित्‍व एवं व्‍यक्तिगत विभिन्‍नताओं को प्रभावित करने वाले तत्‍व हैं – वंशानुक्रम तथा वातावरण
  • फ्रायड ने व्‍यक्तित्‍व का वर्गीकरण किस आधार पर किया है – काम प्रवृत्ति के आधार पर
  • बहिर्मुखी बालक की विशेषता है – कार्य करने की दृढ़ इच्‍छा
  • जो व्‍यक्ति भोजन प्रिय, आराम पसंद एवं सामाजिक होते हैं – गोलाकृति
  • वर्तमान में सर्वोत्‍तम माना जाने वाला व्‍यक्तित्‍व के प्रकारों का वर्गीकरण किसकी देन है – जुंग की
  • व्‍यक्तित्‍व मापन के लिए व्‍यक्ति की सम्‍पूर्ण सूचनाएँ प्राप्‍त करने की विधि है – व्‍यक्ति इतिहास विधि
  • निम्‍न में से शेल्‍डन ने व्‍यक्तित्‍व का प्रकार नहीं बताया है – Pimpy
  • व्‍यक्तित्‍व शब्‍द का अंग्रेजी रूपान्‍तरण पर्सनेलिटी शब्‍द मूलत:किस भाषा के शब्‍द से बना है – लेटिन
  • परसोना शब्‍द का लैटिन भाषा में अर्थ होता है – बाहरी रूपरंग या नकली चेहरा
  • व्‍यक्तित्‍व के निर्माण का महत्‍वपूर्ण साधन है – अनुकरण
  • ‘संगठित व्‍यक्तित्‍व’ कहते हैं जिसमें निम्‍नांकित पक्षों का विकास हुआ हो – सामाजिक पक्ष, मानसिक पक्ष, संवेगात्‍मक पक्ष
  • संगठित व्‍यक्तित्‍व की विशेषता नहीं है – असामाजिकता
  • सामाजिक आधार पर व्‍यक्तित्‍व का वर्गीकरण किस मनोवैज्ञानिक ने तैयार किया – स्‍प्रेन्‍गर
  • यह वह शक्ति है, जिसके द्वारा व्‍यक्ति अपने बारे में जानता है कि वह क्‍या है तथा दूसरे व्‍यक्ति उसके बारे में क्‍या सोचते है – इस शक्ति का नाम क्‍या है – आत्‍म चेतना
  • अंतर्मुखी बालक होता है – एकान्‍त में विश्‍वास रखने वाला
  • व्‍यक्तित्‍व को मनोवैज्ञानिक दृष्टिकोण से किस मनोवैज्ञानिक ने वर्गीकृत किया – युंग
  • निम्‍न में से जो घटक व्‍यक्तित्‍व के विकास को प्रभावित करने वाला है – बुद्धि, स्‍वास्‍थ्‍य, लैंगिक भिन्‍नता
  • जब किसी व्‍यक्ति का अवलोकन निश्चित परिस्थितियों में किया जाता है तो वह कहलाता है – नियंत्रित अवलोकन
  • जुंग ने व्‍यक्तित्‍व का सिद्धांत दिया है – विश्‍लेषात्‍मक सिद्धांत
  • वे बालक / बालिकाएँ जो परिस्थिति के आधार पर व्‍यवहार प्रकट करते हैं – उभयमुखी
  • जुंग ने व्‍यक्तित्‍व का विभाजन जिस पुस्‍तक में किया वह है – Type of men
  • अत्‍यधिक वाचाल, प्रसन्‍नचित रहने वाले तथा सामाजिक प्रवृत्ति के धनी व्‍यक्ति का व्‍यक्तित्‍व होता है – बहिर्मुखी
  • भारतीय दृष्टिकोण से जो बालक काम प्रवृत्ति के तथा दूसरों का अहित करने वाले होते है, उन्‍हें किस वर्ग में रखा गया है – तामसिक
  • अचेतन मन का अध्‍ययन किया जाता है – मनोविश्‍लेषण विधियों द्वारा
  • निम्‍न में से व्‍यक्तित्‍व मापन की विधि नहीं है – एक तत्‍व परीक्षण
  • समाजमिति द्वारा अध्‍ययन करने से बालक के किस गुण का पता चलता है – सामाजिकता का
  • समाजमिति से सामान्‍यत: जिन तथ्‍यों का पता चलता है, वह है – तटस्‍थता, नायकगुण, तिरस्‍कृत
  • निम्‍न में से व्‍यक्तित्‍व परीक्षण मापन की प्रक्षेपी विधि नहीं है – मनोविश्‍लेषण विधि
  • निम्‍न में से जो व्‍यक्तित्‍व परीक्षण की विधि नहीं है, वह है – भ्रमण
  • न्‍यूमैन तथा स्‍टर्न ने व्‍यक्तित्‍व को किन भागों में वर्गीकृत किया है – विश्‍लेषणात्‍मक व संश्‍लेषणात्‍मक
  • एक संगठित व्‍यक्तित्‍व में जो विशेषता नहीं पाई जाती है, वह है – झगड़ना
  • पर्सनेलिटी शब्‍द की व्‍युत्‍पत्ति लैटिन भाषा के किस शब्‍द से हुई – परसोना
  • ”व्‍यक्तित्‍व, व्‍यक्ति में उन मनोशारीरिक अवस्‍थाओं का गतिशील संगठन है, जो उसके पर्यावरण के साथ उनका अद्वितीय सामंजस्‍य निर्धारित करता है।” कथन है – आलपोर्ट का
  • नार्सिसिज्‍म का सम्‍बन्‍ध है – आत्‍म प्रेम से
  • निम्‍न में से कौनसी व्‍यक्तित्‍व मापन प्रक्षेपी विधियाँ हैं – रोर्शा स्‍याही धब्‍बा परीक्षण, प्रासंगिक अंतर्बोध परीक्षण, बाल संप्रत्‍यन परीक्षण
  • चोरी करना पाप है, अनैनितक है, यह कौन कहता है – सुपर ईगो (परम अहम)
  • शरीर रचना पर आधारित व्‍यक्तित्‍व के प्रकार किसने बताए –क्रेचमर व शैल्‍डन ने
  • युँग या जुँग ने व्‍यक्तित्‍व के कौन से प्रकार बताए – अंतर्मुखी, बहिर्मुखी व उभयमुखी
  • फ्रॉयड ने सबसे अधिक बल किस प्रवृत्ति पर दिया है – काम प्रवृत्ति
  • व्‍यक्तित्‍व को समझने के लिए व्‍यक्तित्‍व के शील गुणों का अध्‍ययन किस मनोवैज्ञानिक ने किया – आलपॉर्ट
  • हिप्‍पोक्रेट्स ने किस आधार पर व्‍यक्तित्‍व का वर्गीकरण किया – कफ, पित्‍त पर आधारित
  • डिफेन्‍स मैकेनिज्‍म (रक्षात्‍मक तन्‍त्र) का सम्‍बन्‍ध किससे होता है – अहम्
  • वंशानुक्रम से प्राप्‍त निम्‍नलिखित कारक व्‍यक्तित्‍व पर प्रभाव डालते हैं – गल ग्रंथि, पियूष ग्रंथि, यौन ग्रंथि
  • व्‍यक्तित्‍व मापन की निरप्रक्षेपण विधियाँ बताइए – आत्‍मकथा लेखन, प्रश्‍नावली, जीवन वृत्‍त विधि  
  • उभयमुखी व्‍यक्तित्‍व वाले व्‍यक्ति होते हैं – अंतर्मुखी, व बहिर्मुखी
  • व्‍यक्तित्‍व मापन की किस विधि में किसी समूह के व्‍यक्तियों में से पहली पसंद का व्‍यक्ति चुनने के लिए कहा जाता है – समाजमिती

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  • व्‍यक्ति के अंर्तर्द्वंद्व के समाधान में प्रमुख स्‍थान है – उदात्‍तीकरण
  • हमारे मस्तिष्‍क का चेतन भाग होता है – 1/10
  • औपचारिक व अनौपचारिक किसकी विधियाँ हैं – साक्षात्‍कार
  • जिस साक्षात्‍कार के माध्‍यम से छात्रसे घर तथा आसपास के वातावरण से सम्‍बन्धित सूचनाएँ प्राप्‍त की जाती है, वह है – निदानात्‍मक साक्षात्‍कार
  • व्‍यक्तित्‍व का निर्माण प्रारंभ हो जाता है – 0-5 वर्ष में
  • निम्‍नलिखित में से कौन सा स्‍प्रेन्‍जर के द्वारा किया गया व्‍यक्तित्‍व का वर्गीकरण नहीं है – सुडौलकाय
  • प्रासंगिक अन्‍तर्बोध परीक्षण किसके द्वारा दिया गया – मॉर्गन एवं मुर्रे
  • व्‍यक्तित्‍व का अन्‍तर्मुखता तथा बहिर्मुखता के रूप में वर्गीकरण दिया गया – युंग
  • निम्‍न में से कौन-सा व्‍यक्तित्‍व का जैविक निर्धारक है – आनुवांशिक प्रभाव
  • व्‍यक्तित्‍व का पहला प्रकारात्‍मक वर्गीकरण प्रस्‍तुत किया – हिप्‍पोक्रेट्स नें
  • कैटल द्वारा विश्‍लेषित किये गये व्‍यक्तित्‍व शीलगुणों की संख्‍या कितनी हैं – 16
  • मुर्रे ने एक परीक्षण की रचना करके इतिहास रच दिया, वह क्‍या है – विषय आत्‍मबोधन परीक्षण
  • निम्‍न में से प्रश्‍नावली व्‍यक्तित्‍व परीक्षण की कौन सी विधि है – व्‍यक्तिनिष्‍ठ
  • निम्‍न में से किस मनोवैज्ञानिक का कथन है कि सम्‍पूर्ण व्‍यक्तियों को उनके व्‍यक्तित्‍व के आधार पर दो में से श्रेणी अन्‍तमुर्खी अथवा बहिर्मुखी में रख सकते हैं – युंग
  • व्‍यक्ति मापन की वस्‍तुनिष्‍ठ विधियों में से कौन सी विधि नहीं मानी जाती है – अभिज्ञपक प्रश्‍नावली
  • अन्‍तर्मुखी व्‍यक्तित्‍व की विशेषता है – इसमें सामाजिक के गुण कम पाए जाते हैं।
  • व्‍यक्तित्‍व शब्‍द की उत्‍पत्ति लेटिन भाषा के किस शब्‍द से हुई है –  परसोना
  • किशोरावस्‍था की अवधि है – 12 से 19 वर्ष
  • पर्सनेलिटी शब्‍द किस भाषा के मूल से लिया गया है – लैटिन
  • रोर्शा स्‍याही धब्‍बा परीक्षण का कौन सा प्रकार है – प्रक्षेपी
  • अन्‍तर्मुखी व्‍यक्तित्‍व की विशेषताएँ हैं – संदेही, शंकालू तथा एकान्‍तप्रिय रहने वाले
  • किशोरावस्‍था बड़े संघर्ष, तनाव व तूफान की अवस्‍था है। यह कथन किसने कहा है – स्‍टेनली हॉल
  • लेटिन भाषा में परसोना का अर्थ है – मुखौटा
  • टी.ए.टी. ( व्‍यक्तित्‍व ) परीक्षण की कौन सी विधि का प्रकार है – प्रक्षेपी
  • ब्रेल लिपि से किसको पढ़ाना चाहिए – अंधे
  • सी.ए.टी. व्‍यक्तित्‍व परीक्षण की कौन सी विधि है – प्रक्षेपी
  • अधिगम को प्रभावित करने वाला व्‍यक्तिगत कारक है – परिपक्‍वता एवं आयु
  • व्‍यक्तित्‍व एवं बुद्धि में वंशानुक्रम की – महत्‍वपूर्ण भूमिका है।  
  • बालक प्रसंग बोध परीक्षण 3 वर्ष से 10 वर्ष की आयु के बालकों के लिए बनाया गया है। इस परीक्षण में कार्ड में प्रतिस्‍थापित किये गये हैं – लोगों के स्‍थान पर जानवरों का
  • किस मनोवैज्ञानिक ने व्‍यक्तित्‍व की संरचना के अन्‍तर्गत गत्‍यात्‍मकता एवं स्‍थलाकृति पक्ष का अध्‍ययन किया – लेविन व फ्रायड
  • व्‍यक्तित्‍व स्‍थायी समायोजन है – पर्यावरण के साथ, जीवन के साथ, प्रकृति के साथ
  • वांछित व्‍यक्तित्‍व होता है – संवेगीय स्थिर
  • बालक के व्‍यक्तित्‍व को प्रभावित करने वाला कारक है – वंशानुक्रम तथा वातावरण
  • निम्‍न में से कौन सा कारण बालक के स्‍वस्‍थ भावात्‍मक विकास में सहायक नहीं है – परिवार एवं विघालय में संवेगों का दमन
  • व्‍यक्तित्‍व मनोदैहिक व्‍यवस्‍थाओं का वह गत्‍यात्‍मक संगठन है जो वातावरण के साथ अपूर्व समायोजन का निर्धारण करता है। इन शब्‍दों में व्‍यक्तित्‍व की परिभाषा दी है – आलपोर्ट
  • छात्र के असामान्‍य व्‍यवहारों के अध्‍ययन के लिए निम्‍नांकित में से किस प्रणाली का उपयोग सही है – व्‍यक्ति इतिहास प्रणाली
  • व्‍यक्तित्‍व के मापन के लिए निम्‍न में से कौन सा व्‍यक्ति निष्‍ठ परीक्षण है – जीवन कथा परीक्षण
  • बच्‍चों का विकासशील व्‍यक्तित्‍व किसके द्वारा प्रभावित होता है – ग्रंथियों, परिवार और विद्यालय में प्राप्‍त अनुभवों द्वारा
  • बहिमुर्खी व्‍यक्तित्‍व होता है – प्रबल व्‍यक्ति जो सरलता से परेशान हो जाने वाला नहीं हो।
  • किसी व्‍यक्तित्‍व के व्‍यक्तित्‍व के मापन के लिए व्‍यक्तित्‍व विधि है – जीवन कथा या व्‍यक्तित्‍व विधि या आत्‍मकथा विधि
  • रक्षातंत्र बहुत सहायता करता है – दबाव से निपटने में
  • बर्हिमुखी विद्यार्थी, अन्‍तर्मुखी विद्यार्थी से किस विशेषता के आधार पर भिन्‍न होता है – मन ही मन परेशान होने की अपेक्षा अपनी भावनाओं को अभिव्‍यक्‍त करता है।
  • व्‍यक्तित्‍व को अन्‍तर्मुखी एवं बहिर्मुखी वर्गो में सबसे पहले वर्गीकरण किसने किया – युंग
  • एकान्‍त में विश्‍वास रखने वाला वयक्ति कहलाता है – अन्‍तर्मुखी
  • निम्‍न में से कौन सी तकनीक प्रक्षेपण तकनीक नहीं है – व्‍यक्तिगत अध्‍ययन
  • व्‍यक्तित्‍व मापन की एक प्रक्षेपी  परीक्षण विधि नीचे दी गई है, पहचानिये – शब्‍द साहचर्य परीक्षण
  • एक सन्‍तुलित व्‍यक्तित्‍व वह है जिसमें – इदम् एवं परम् अहम् के बीच सन्‍तुलन स्‍थापित किया जाता है।
  • अन्‍तर्मुखी बालक की मुख्‍य विशेषता होती है – एकान्‍त में रहकर कम बातचीत करने वाला होता है।
  • मानव व्‍यक्तित्‍व परिणाम है – आनुवंशिकता और वातावरण की अंतक्रिया का

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About the author

Nitin Gupta

GK Trick by Nitin Gupta पर आपका स्वागत है !! अपने बारे में लिखना सबसे मुश्किल काम है ! में इस विश्व के जीवन मंच पर एक अदना सा और संवेदनशीलकिरदार हूँ जो अपनी भूमिका न्यायपूर्वक और मन लगाकर निभाने का प्रयत्न कर रहा हूं !! आप मुझे GKTrickbyNitinGupta का Founder कह सकते है !
मेरा उद्देश्य हिन्दी माध्यम में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने बाले प्रतिभागियों का सहयोग करना है !! आप सभी लोगों का स्नेह प्राप्त करना तथा अपने अर्जित अनुभवों तथा ज्ञान को वितरित करके आप लोगों की सेवा करना ही मेरी उत्कट अभिलाषा है !!

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