Child Development and Pedagogy CTET

बाल विकास एवं शिक्षाशास्त्र ( Child Development and Pedagogy ) Part – 13 – पिछली परीक्षाओं में पूंछे गये महत्वपूर्ण Question and Answer

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Written by Nitin Gupta

नमस्कार दोस्तो , कैसे हैं आप ? I Hope आप सभी की पढाई अच्छी चल रही होगी 🙂

दोस्तो आज की हमारी पोस्ट बाल विकास एवं शिक्षाशास्त्र से संबंधित उन प्रश्नों के बारे में है जिनको पिछ्ले Teaching के Exam जैसे CTET , UPTET , MP Samvida Teacher , HTET , REET आदि में कहीं न कहीं पूंछा गया है ! और आंगे आने बाले सभी तरह के Exams , जिनमें कि Child Development and Pedagogy से संबंधित प्रश्न पूंछे जाने हैं उनमें द्वारा पूंछे जाने कि पूरी पूरी संभाबना है तो आप सभी इन प्रश्नों को अच्छे से याद कर लीजिये 🙂

Child Development and Pedagogy के पिछ्ले Year के Question से संबंधित यह हमारा 13th पार्ट है व इसके अन्य पार्ट भी हम लगातार आपको अपनी बेबसाईट पर उपलब्ध कराते रहेंगे तो आप सभी से Request है कि आप हमारी बेबसाईट को विजिट करते रहिये ! 🙂

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Child Development and Pedagogy Question 

  • ‘अधिगम और प्रशिक्षण का स्‍थानांतरण उस सीमा तक संभव होता है जहाँ तक नवीन व पुराने विषयों में समानता पायी जाती है’ उपरोक्‍त विचार का मुख्‍य समर्थक कौन है – थॉर्नडाइक
  • ‘अधिगम-प्रक्रिया से तात्‍पर्य बालक में उपयुक्‍त व्‍यावहारिक क्रियाओं द्वारा व्‍यवहार परिवर्तन लाना।’ यह परिभाषा है – गिलफॉर्ड
  • अधिगम के स्‍थानान्‍तरण हेतु सर्वाधिक उपयुक्‍त परिस्थिति आवश्‍यक है – समान घटक
  • ‘विद्यालय अधिगम में अभिप्रेरणा के अंतर्गत वांछित व्‍यवहार उत्‍पन्‍न करना, उन्‍हें बनाए रखना और उन्‍हें दिशा देना सम्मिलित होता है’ – स्किनर
  • गैने निम्‍न में से किससे संबंधित है – अधिगम का श्रेणीक्रम
  • अधिगम क्‍या है? सबसे उपयुक्‍त परिभाषा बताइए – व्‍यवहारगत व्‍यवहार में परिवर्तन अधिगम है।
  • अधिगम अंतरण के लिये अध्‍यापक को करना चाहिए – अधिगम का उपयोग नयी समस्‍या के समाधान के लिये करवाना।
  • अधिगम के किस कारक को अध्‍यापक विकसित नहीं कर सकता – परिपक्‍वता
  • अध्‍यापन का अधिगम से क्‍या संबंध है – दोनों एक दूसरे के सहायक है।
  • मैडम मोन्‍टेसरी ने अधिगम परिवेश में सर्वाधिक बल किस पर दिया है – ज्ञानेन्द्रियों के उपयोग पर
  • ‘सीखने वाले के समक्ष विषय वस्‍तु उसी समय प्रस्‍तुत की जाए जब वह मनोवैज्ञानिक रूप से उसे स्‍वीकार करने हेतु तैयार है।’ यह सोच कहलाती है – सहानुभूति बोध अवधारणा
  • निम्‍नलिखित में से ………… के अतिरिक्‍त सभी के कारण अधिगम अक्षमता उत्‍पन्‍न हो सकती है – शिक्षक की शिक्षण-शैली
  • आपको लगता है कि आपकी कक्षा में कुछ बच्‍चे बहुत तेज गति से सीख रहे हैं और कुछ बहुत धीमी गति से। इस परिस्थिति में आप क्‍या करेंगें – तेज गति से सीखने वाले बच्‍चों की सहायता धीमीगति से सीखने वाले बच्‍चों को सिखाने हेतु लेंगे।
  • शिक्षण अधिगम प्रक्रिया की दृष्टि से एक अच्‍छा शिक्षक वह है, जो सोचता है कि बातचीत को सीखने के संसाधन के रूप में उपयोग किया जा सकता है।
  • …… के अतिरिक्‍त निम्‍नलिखित सभी के कारण अधिगम अक्षमता उत्‍पन्‍न हो सकती है – सांस्‍कृतिक कारक
  • अधिगम नियोग्‍यता – एक चर अवस्‍था है।
  • ……… के अतिरिक्‍त निम्‍नलिखित समस्‍या समाधान की प्रक्रिया के चरण हैं – परिणामों की आशा करना।
  • जब बच्‍चा ‘फेल’ होता है, तो इसका तात्‍पर्य है कि – व्‍यवस्‍था फेल हुई है।
  • शिक्षण से अधिगम पर बल देने वाला परिवर्तन हो सकता है – बाल-केन्द्रित शिक्षा पद्धति अपनाकर
  • निम्‍नलिखित में से कौन सा अधिगम को अधिकतम करने के लिए सर्वाधिक उचित है – शिक्षिका को अपनी संज्ञानात्‍मक शैली के साथ साथ अपने शिक्षार्थियों की संज्ञानात्‍मक शैली की पहचार करनी चाहिए।
  • जब एक बावर्ची खाना पकाते समय खाने को चखता है, तो वह ……. के समान है – सीखने के लिए आकलन
  • शिक्षण-अधिगम प्रक्रिया में व्‍यक्तिगत रूप से ध्‍यान देना महत्‍तवपूर्ण है, क्‍योंकि – बच्‍चों की विकास दर भिन्‍न होती है और वे भिन्‍न तरीकों से सीख सकते हैं।
  • निम्‍नांकित में से कौन सी समस्‍या–समाधान की वैज्ञानिक पद्धति का पहला चरण है – समस्‍या के प्रति जागरूकता
  • अंतरपरक अनुदेशन है – शिक्षार्थियों की आवश्‍यकताओं को पूरा करने के लिए समूहीकरण के विविध रूपों का प्रयोग करना।
  • अधिगम अक्षमताएँ – सामान्‍य या उससे अधिक बुद्धि-लब्‍धांक वाले बच्‍चों में भी पाई जाती है।
  • समस्‍या-समाधान प्राय: उन विद्यालयों में सफल है, जहाँ – परिवर्तनशील/लचीली पाठ्यचर्या है।
  • बच्‍चे के संज्ञानात्‍मक विकास हेतु उत्‍तम स्‍थान है – विद्यालय एवं कक्षा का वातावरण
  • व्‍यवहार में होने वाले स्‍थायी परिवर्तन, जो अभ्‍यास के कारण होते हैं, को कहा जाता है – सीखना (अधिगम)
  • निम्‍नलिखित में से कौन सा कौशल भावात्‍मक बुद्धि से संबद्ध नहीं होता है – भावनाओं का प्रबंधन
  • ‘बच्‍चे फिल्‍मों में दिखाए गए हिंसात्‍मक व्‍यवहार को सीख सकते हैं’ यह निष्‍कर्ष निम्‍नलिखित में से किस मनोवैज्ञानिक द्वारा किए गए कार्य पर आधारित हो सकता है – एल्‍बर्ट बंडूरा
  • शिक्षार्थी फैशन शो को देखकर मॉडल्‍स का अनुकरण करने की कोशिश करते हैं, इस प्रकार के अनुकरण को …………… कहा जा सकता है – सामाजिक अधिगम

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  • यदि शिक्षार्थी पाठ के दौरान लगातार गलतियाँ करते हैं तो शिक्षक को – अनुदेशन, कार्य, समय-सारणी अथवा बैठने की व्‍यवस्‍था में परिवर्तन करना चाहिए।
  • …….. के अतिरिक्‍त निम्‍नलिखित कुछ तकनीकें हैं, जो परीक्षा के कारण होने वाली चिंता को दूर करती हैं – परिणाम के बारे में बहुत अधिक सोचना।
  • ……… के द्वारा निपुणता अभिविन्‍यास को प्रोत्‍साहित किया जा सकता है –शिक्षार्थियों के व्‍यक्तिगत प्रयासों पर ध्‍यान केन्द्रित करने
  • निम्‍नलिखित में से किसका मिलान उचित है – सामाजिक विकास-वातावरण
  • अधिगम प्रक्रिया में सही कड़ी का चयन कीजिए – लक्ष्‍य-समायोजन-प्रेरक-परिवर्तन
  • एक प्रभावी शिक्षक अपने अधिगमकर्ताओं को सामूहिक क्रियाओं में सम्मिलित करते हैं, क्‍योंकि इससे ‘सीखना’ सुगम बनाने के अतिरिक्त यह विकास करता है – समाजीकरण
  • ‘शिक्षा मनोविज्ञान में में ‘सीखना’ लक्ष्‍य तक पहुँचने के उपायों को निश्चित करना है।’ यह अधिगम की जिस श्रेणी में आता है, वह है – अधिगम प्रक्रिया
  • जिस प्रक्रिया से व्‍यक्ति मानव कल्‍याण के लिए परस्‍पर निर्भर होकर व्‍यवहार करना सीखता है, वह प्रक्रिया है – सामाजिक परिपक्‍वता
  • उत्‍तेजक तथा अनुक्रिया के मध्‍य सीखने की प्रक्रिया को प्रभावित करने वाले तत्‍व हैं – व्‍यक्ति की वैयक्तिकता तथा इच्‍छाएँ, व्‍यक्ति की इच्‍छाएँ तथा भावनाएँ, व्‍यक्ति की की भावनाएँ तथा क्षमता।
  • हम अधिगम का अनुभव नहीं कर सकते हैं, हम केवल यह देख सकते हैं कि वह निरन्‍तर सफलतापूर्वक आगे बढ़ता है, इसका तात्‍पर्य है – अधिगम समायोजन है।
  • अधिगम जिसके बिना संभव नहीं है, वह है – प्रेरणा
  • निम्‍नलिखित में से कौन सा कथन अधिगम की प्रकृति को सही प्रकार से निर्देशित करता है – अधिगम प्रक्रिया एवं उत्‍पाद दोनों हैं।
  • कौन सा सिद्धान्‍त अधिगम स्‍थानान्‍तरण में सहायक नहीं होता है – तथ्‍यों की विशुद्धता
  • निम्‍न में से कौन सा उद्देश्‍य के संज्ञात्‍मक क्षेत्र का नहीं है – अनुवाद करना।
  • विलुप्‍त होना परिणाम है – पुनर्बलन का अभाव
  • अधिगम के संबंध में उपयुक्‍त नहीं है – अधिगम पर परिपक्‍वता का प्रभाव नहीं पड़ता।
  • निम्‍नलिखित में से कौन सा कारक अधिगम को प्रभावित करने वाला नहीं है – मानव व भौतिक संसाधन
  • ‘मेस्‍टाल्‍टवाद’के जन्‍मदाता कौन है – बरदाईमर
  • रॉबर्ट गेने ने अधिगम की कितनी परिस्थितियाँ बताई है – 8
  • श्रृंखला अधिगम सम्‍बन्धित है – गेने
  • निम्‍न में से कौन सा सही नहीं है – कंकाल आयु
  • संज्ञानात्‍मक विकास पर व्‍य‍वस्थित कार्य करने वाला मनोवैज्ञानिक था – जीन पियाजे
  • एक बच्‍चे को लाल गुलाब का कांटा चुभ गया जिससे उसे काफी चोट पहुँची। आगे चलकर वह लाल पोषाक या लाल किसी भी चीज को देखकर डरने लगा/लगी। यह उदाहरण है – उद्दीपन सामान्‍यीकरण
  • पियाजे द्वारा प्रयुक्‍त किया गया नाम खोजे – स्‍कीमा
  • जॉर्ज स्‍टेनले हॉल ने किशोरावस्‍था को कैसी अवस्‍था कहा – तुफानी एवं तनावपूर्ण
  • अध्‍ययन का उच्‍चतम स्‍तर कौन-सा है – समस्‍या समाधान अधिगम
  • अच्‍छा अधिगम निर्भर करता है – शिक्षक पर, छात्रों की सक्रिय रुचि पर, उपयुक्त शिक्षण विधियों एवं सहायक सामग्री के उपयोग पर।
  • मनोविज्ञान का कौन-सा सम्‍प्रदाय, मनोविज्ञान को विशुद्ध विज्ञान के रूप में स्‍थापित करने पर बल देता है – व्‍यवहारवाद
  • एक शिक्षिका अपनी कक्षा से कहती है, ‘सभी प्रकार के प्रदत्‍त कार्यों (Assignments) का निर्माण इस प्रकार किया गया है कि प्रत्‍येक विद्यार्थी अधिक प्रभावशाली ढंग से सीख सके, अत: सभी विद्यार्थी बिना किसी अन्‍य की सहायता से अपना कार्य पूर्ण करें।’ वह कोह्लबर्ग के किस नैतिक विकास के चरण की ओर संकेत दे रही है – औपचारिक चरण 4 – कानून और व्‍यवस्‍था
  • गार्डनर के बहु-बुद्धि के सिद्धान्‍त के अनुसार, वह कारक जो व्‍यक्ति के ‘आत्‍म-बोध’ हेतु सर्वाधिक योगदान देगा, वह हो सकता है – अन्‍त:वैयक्तिक
  • आपकी कक्षा में कुछ बच्‍चे हैं जो गलतियाँ करते हैं। इस परिस्थिति का आपके विश्‍लेषण के अनुसार इनमें से कौन-सा कथन सर्वाधिक उपयुक्‍त है – बच्‍चों ने अभी तक संकल्‍पनात्‍मक स्‍पष्‍टता प्राप्‍त नहीं की है तथा आपको अपनी शिक्षण-विधि पर चिन्‍तन करने की आवश्‍यकता है।
  • बहुतात्विक सिद्धान्‍त किसने दिया – थॉर्नडाइक
  • वे बालक जो अपनी आयु से एक दर्जा नीचे के बालक के लिए बनाए गए कार्य को अच्‍छी तरह सम्‍पन्‍न नहीं कर पाते हैं, उन बालकों को किस श्रेणी में रखा जाएगा – पिछड़े बालक
  • वे बालक जिन्‍हें अध्‍यापक के प्रयासों एवं अभिपेरणा के माध्‍यम से सामान्‍य बालक की श्रेणी में लाया जा सकता है – पिछड़े
  • किसने कहा कि बुद्धि सीखने की योग्‍यता है – बकिंघम
  • गैरेट ने बुद्धिके कितने प्रकार माने – तीन
  • निम्‍न में से बुद्धि के कौन से सिद्धान्‍त है – एक खण्‍ड का सिद्धान्‍त, द्विखण्‍ड का सिद्धान्‍त, तीन खण्‍ड का सिद्धान्‍त
  • वस्‍तुओं के संग्रहण का काल है – 7-11 वर्ष
  • बालक में अमूर्त चिंतन का विकास हो जाता है – 11-15 वर्ष
  • बुद्धि के प्रतिदर्श सिद्धान्‍त का प्रतिपादक है – थॉमसन
  • अशाब्दिक सामूहिक परीक्षण है – थॉमसन
  • एक बालक की बुद्धि लब्धि 85 है तो वह बालक है – मंद बुद्धि
  • बुद्धि का पदानुक्रमिक सिद्धान्‍त का निर्माण किसने किया है – बर्ट व बर्नन
  • बुद्धि की त्रि-विमीय संरचना किस मनोवैज्ञानिक ने प्रतिपादित की – गिल्‍फर्ड
  • निम्‍न में से गिल्‍फर्ड की संरचना में सम्मिलित विमा नहीं है – मूल्‍यांकन
  • बुद्धि लब्धि (IQ) शब्‍द का उपयोग सर्वप्रथम किया – टरमन
  • बुद्धि का बहुकारक / बहुतत्‍व किसने प्रतिपादित किया – थॉर्नडाइक
  • अल्‍फ्रेड बिने किस देश के निवासी थे – फ्रांस
  • बुद्धि परीक्षणों का जनमदाता कहा जाता है – बिने को
  • किस मनोवैज्ञानिक ने बुद्धि को असंख्‍य तत्‍वों से निर्मित बताया है – थॉर्नडाइक
  • किस मनोवैज्ञानिक ने स्‍पीयरमैन के सामान्‍य कारक का खण्‍डन किया है –थॉर्नडाइक
  • बुद्धि के त्रितत्‍व सिद्धान्‍त में स्‍पीयरमैन ने तीसरा तत्‍व (जो उन्‍होने अपने द्वितत्‍व सिद्धान्‍त में नहीं बताया था) जोड़ा – समूह तत्‍व
  • बुद्धि का विभाजन किन वैज्ञानिकों ने किया – थॉर्नडाइक व गैरेट

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Nitin Gupta

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