Only GK

भूकंप के बारे में समस्त परीक्षापयोगी जानकारी

भूकंप के बारे में समस्त परीक्षापयोगी जानकारी
Written by Nitin Gupta

Earthquake GK in Hindi  – नमस्कार दोस्तो, आप सभी जानते है कि भूकंप से संबंधित कुछ प्रश्न लगभग हर प्रतियोगी परीक्षा में आते है , तो आज हम आपको भूकंप से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी उपलब्ध कराऐंगे !

सभी बिषयवार Free PDF यहां से Download करें

Join Here – नई PDF व अन्य Study Material पाने के लिये अब आप हमारे Telegram Channel को Join कर सकते हैं !

भूकम्प –

  • भूपटल में पृथ्वी की आंतरिक और बाह्य शक्तियों के प्रभाव के कारण उत्पन्न कंपन भूकंप (Earthquak) कहलाता है !
  • भूकम्प का अध्ययन करने वाले विज्ञान को Seismology कहते है !
  • भूकम्पीय तरंगों का मापन Seismograph उपकरण द्वारा किया जाता है !
  • पृथ्वी के आंतरिक भाग में भूकंप उत्पत्ति केन्द्र को भूकंप मूल (Seismic Centre) कहा जाता है !
  • भूकंप मूल के ऊपर स्थित धरातलीय बिन्दु अधिकेन्द्र (Epicentre) कहलाता है ! अधिकेन्द्र पर सबसे पहले भूकंपीय तरंगों के झटके महसूस किए जाते है !

भूकंप के कारण –

  • ज्वालामुखी क्रिया के दौरान भू-गर्भ से निकलने वाले वाष्प और मेग्मा द्वारा धरातल पर धक्का लगने से भूकम्प की उत्पत्ति होती है !
  • पृथ्वी की आंतरिक शक्तियों के कारण भूपटल (Crust) की चट्टानों में भ्रंशन तथा वलन क्रिया के दौरान भूकम्प की उत्पत्ति होती है !
  • भू-गर्भ शास्त्री M.F. Reed के अनुसार, पृथ्वी की आंतरिक चट्टानों के रबर के समान फैलने तथा सिकुड़ने से भूकम्प की उत्पत्ति होती है !
  • मानव द्वारा खनन क्रिया, बांधों का निर्माण परमाणु विस्फोट आदि मानवीय कारणों से भूकम्प की उत्पत्ति होती है !

भूकंप पैमाने की ईकाइयाँ –

1. रिचर पैमाना या रिएक्टर स्केल – इसकी खोज अमेरिकी वैज्ञानिक चाल्र्स फ्रांसिस रिचर ने 1935 में की ! इस पर 0 से 9 तक इकाई (Unit) होती है ! रिचर स्केल में 6 से अधिक परिमाण वाले भूकंप काफी विनाशकारी होते है !
2. मारकेली स्केल – इटली के वैज्ञानिक मारकेली ने 1931 में इस स्केल का निर्माण किया था ! जिस पर कुल 12 इकाइयाँ पाई जाती है !

भूकंपीय तरंगे

भूकंपीय तरंगे

भूकंप तरंगे –
1. प्राथमिक तरंगे (Primary Waves) – ये अनुदैध्र्य तरंगे होती है जो आगे पीछे धक्का देते हुए चलती है ! इसकी गति सबसे अधिक 8 किमी./सेकण्ड होती है !
2. द्वितीयक तरंगे (Secondary Waves) – द्वितीयक तरंगे केवल ठोस माध्यम से गतिशील होती है। यह अनुप्रस्थ तरंगे होती है ! जो ऊपर से नीचे धक्का देते हुए चलती है। इसकी गति 5 से 6 किमी./सेकण्ड पाई जाती है !
3. धरातलीय तरंग (Land Waves) – यह 1.5 से 3 किमी./सेकण्ड की गति से चलती है ! ओैर यह तरंगे आड़े तिरछे धक्का देते हुए चलती है ! यह धरातल के समीप उत्पन्न होने वाली सबसे खतरनाक तरंगे होती है !




<script>

विश्व के भूकम्पीय क्षेत्र -
विश्व में भूकम्प में निम्न क्षेत्र पाये जाते है -

  • 1. परि-प्रशांत कटिबन्ध -
  • प्रशांत महासागर के चारो ओर स्थित क्षेत्र परि-प्रशांत क्षेत्र कहलाते है !
  • विश्व के सबसे अधिक 65% भूकंप इसी क्षेत्र में आते है !
  • इस क्षेत्र में भूकंप का कारण वलित  पर्वतों की स्थिति, प्लेटों का अपसरण, एवं सक्रिय ज्वालामुखियों का पाया जाना है !
  • 2. मध्यमहाद्वीपीय कटिबन्ध -
  • मध्यमहाद्वीपीय कटिबन्ध को भूमध्य सागरीय और अल्पाइन हिमालय कटिबन्ध  भी कहा जाता है !
  • इस क्षेत्र के विष्व के लगभग 21% भूकम्प आते है !
  • यह पेटी विषुवत रेखा के समानान्तर है !
  • इसी पेटी में हिमालय, आल्पस और अफ्रीका के भ्रंष घाटी के सहारे स्थित भूकंपीय क्षेत्र आते है !
  • इस क्षेत्र के सबसे प्रमुख भूकंप क्षेत्र इटली, चीन, मध्य एषिया और बाल्कान प्रायद्वीप  है !
  • भारत का भूकंप क्षेत्र इसी पेटी के अन्तर्गत शामिल किया जाता है !
  • 3. मध्य महासागरीय कटिबन्ध -
  • महासागरों के बीच वाले भाग में पाए जाने वाले मध्य सागरीय कटक के पास भूकम्प की उत्पत्ति होती है !
  • Altantic और हिन्द महासागरीय क्षेत्र में अवसादी प्लेट सीमांत के पास भूकम्प की उत्पत्ति होती है !
  • इसमें भूमध्य रेखा के आस-पास के क्षेत्रों मे सर्वाधिक भूकम्प आते है !

भारत में भूकम्प क्षेत्र -

  • भारत का 2/3 भाग भूकम्प के लिए संवेदनशील क्षेत्र है !
  • भारत में हिमालय पर्वत, गुजरात, महाराष्ट्र, बिहार, उत्तराखण्ड, पंजाब भूकम्प प्रभावित क्षेत्र माने जाते है !
  • भारत में हिमालय क्षेत्र भूकम्प के लिए सबसे अधिक संवेदनशील है ! इसका प्रमुख कारण हिमालय पर्वत की निर्माण प्रक्रिया अभी भी बाकी है ! अभी भी भारतीय प्लेट (गोंडवाना) यूरेशियाई प्लेट की ओर खिसक रही है !
  • भारत में प्रायद्वीपीय पठार को भूकम्प की आशका से मुक्त माना जाता है !
  • भारत के मैदानी क्षेत्रों में हिमालय क्षेत्र की भूगर्भिक घटनाओं का प्रभाव अधिक पड़ता है ! जिसके कारण इस क्षेत्र में भूकम्प आते है !
  • म. प्र. में नर्मदा घाटी क्षेत्र, सबसे अधिक भूकम्प के लिए संवेदनशील है ! यहाँ पर 1997 में भूकम्प आया था !
  • 30 दिसंबर 1993 को महाराष्ट्र के लातूर में भयंकर भूकम्प आया था !
  • 26 जनवरी 2001 को गुजरात के कच्छ ओर भुज में भूकम्प आया था !
  • भारत को 5 भूकम्पीय क्षेत्रों में विभाजित किया गया है !
  • भारत का हिमालय क्षेत्र 5वीं भूकम्पीय पेटी में स्थित है जहाँ पर विनाश की अत्यधिक सम्भावना है !
  • भारत में पुणे, देहरादून, दिल्ली, मुंबई तथा कोलकाता में भूकंप मापक केन्द्र  बनाए गए है !

संबंधित महत्वपूर्ण GK Tricks - 

भारत के भूकंप संभावित क्षेत्र

भारत के भूकंप संभावित क्षेत्र

दोस्तो आप मुझे ( नितिन गुप्ता ) को Facebook पर Follow कर सकते है ! दोस्तो अगर आपको यह पोस्ट अच्छी लगी हो तो इस Facebook पर Share अवश्य करें ! क्रपया कमेंट के माध्यम से बताऐं के ये पोस्ट आपको कैसी लगी आपके सुझावों का भी स्वागत रहेगा Thanks !

दोस्तो कोचिंग संस्थान के बिना अपने दम पर Self Studies करें और महत्वपूर्ण पुस्तको का अध्ययन करें , हम आपको Civil Services के लिये महत्वपूर्ण पुस्तकों की सुची उपलब्ध करा रहे है –

About the author

Nitin Gupta

GK Trick by Nitin Gupta पर आपका स्वागत है !! अपने बारे में लिखना सबसे मुश्किल काम है ! में इस विश्व के जीवन मंच पर एक अदना सा और संवेदनशीलकिरदार हूँ जो अपनी भूमिका न्यायपूर्वक और मन लगाकर निभाने का प्रयत्न कर रहा हूं !! आप मुझे GKTrickbyNitinGupta का Founder कह सकते है !
मेरा उद्देश्य हिन्दी माध्यम में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने बाले प्रतिभागियों का सहयोग करना है !! आप सभी लोगों का स्नेह प्राप्त करना तथा अपने अर्जित अनुभवों तथा ज्ञान को वितरित करके आप लोगों की सेवा करना ही मेरी उत्कट अभिलाषा है !!

5 Comments

Leave a Comment

GK Tricks By Nitin Gupta Course