IAS Preparation in Hindi
नमस्कार दोस्तो , भले ही आज हमारे देश में कॅरियर ऑप्शन के रूप में युवाओं के पास कोई कमी नहीं है लेकिन फिर भी भारतीय प्रशासनिक सेवा की प्रतिष्ठा आज भी उतनी ही बरकरार है जैसी पहले थी, देश में लाखों युवा हर साल सिविल सर्विस के अपने सपने को साकार करने के लिए परीक्षा में शामिल होते हैं लेकिन कहते हैं कि सफलता उन्हीं को मिलती है जिनके सपनों में जान और हौसलों में उड़ान होती है। देश की इस प्रतिष्ठित परीक्षा में सफलता के लिए किस तरह से युवा अपनी नीतियां बनाकर सफलता प्राप्त कर सकते हैं। सिविल सेवा जितनी आकर्षक है, इस परीक्षा में सफल होना उतना ही चुनौतीपूर्ण है। देश भर से सुयोग्य व महत्वाकांक्षी युवा इस परीक्षा में बैठते हैं, परन्तु सफलता कुछ लोगों के हाथ ही लगती है। अभ्यार्थियों की विशाल संख्या इस प्रतियोगिता को अधिक प्रतिस्पर्धी बनाती है तथा योग्यतम का चुनाव करती है। यह परीक्षा कुछ इस प्रकार है कि इसमें वही अभ्यार्थी सफल हो पाते हैं जो सुनिश्चित रणनीति तथा योजना बना कर चलते हैं। इसीलिए आवश्यक है कि अभ्यार्थी सर्वप्रथम एक सटीक रणनीति का निर्माण करें तथा उस रणनीति के अनुरूप तैयारी को दिशा दें।
अचूक रणनीति से आसान होगा लक्ष्य
किसी भी महत्वपूर्ण कार्य की तरह सिविल सेवा में भी सफलता की प्राप्ति इस बात पर निर्भर करती है कि सफलता प्राप्ति के लिये किस प्रकार की रणनीति बनाई गई है। एक अच्छी रणनीति अच्छे प्रारम्भ का द्योतक है तथा कहा भी गया है कि अचूक रणनीति के निर्माण एवं गंभीरतापूर्वक उसके अनुपालन द्वारा सिविल सेवा परीक्षा में सफलता पाने की सम्भावना पर्याप्त रूप से बढ़ जाती है।
वक्त के साथ रणनीति बदलने की जरूरत
सिविल सेवा परीक्षा हेतु अच्छी रणनीति वह है जो परीक्षा की प्रकृति को ध्यान में रखकर बनाई गयी हो तथा साथ ही साथ अभ्यर्थी के सकारात्मक व नकारात्मक पक्षों को भी पर्याप्त महत्व दे। रणनीति तभी अचूक कही जाएगी जब उसमें तैयारी के प्रत्येक आयाम को स्थान दिया जाए। इसके अंतर्गत लक्ष्य निर्धारण से लेकर, विषयों के चुनाव, अध्ययन सामग्री के चयन, समय प्रबंधन के महत्व, प्रभावी अध्ययन पद्धति अपनाने, उपयोगी नोट्स के निर्माण, कोचिंग संस्था का चयन, परिचर्चा को प्रभावशाली बनाने, मोक टेस्ट, पुनरावलोकन आदि सभी को उचित महत्व देना चाहिए। सिविल सर्विस क्लब के समन्वयक लक्ष्मीशरण मिश्रा बताते हैं कि पिछले कुल सालों में सिविल सर्विस की परीक्षा के पैटर्न में काफी बदलाव आया है। सवाल पूछने का पैटर्न भी बोर्ड द्वारा इस प्रकार से तैयार किया जाता है जिसमें प्रतिभागी के ज्ञान को नहीं बल्कि उसकी समझ को देखने का प्रयास किया जाता है। आशय साफ है कि अब आप सिर्फ अपने नॉलेज के सहारे नहीं बल्कि अपनी समझ के सहयोग से ही सिविल सर्विस की परीक्षा को फाइट कर सकते हैं।
यह गुण तलाशने का प्रयास
सिविल सर्विस की परीक्षा के माध्यम से देश के लिए ऐसे युवाओं को खोजने का प्रयास नए पैटर्न के माध्यम से किया जा रहा है जो समस्याओं को समझकर तुरंत निर्णय लेकर काम कर सकें इसके लिए कुछ बुनियादी बातों का खास तौर पर मूल्यांकन किया जाता है।
1. बुनियादी ज्ञान हो – देश की इस सबसे प्रतिष्ठित परीक्षा के माध्यम से चुने जाने वाले युवाओं से उम्मीद की जाती है कि उन्हें अपने देश की राजनीति, अर्थव्यवस्था, संस्कृति से लेकर देश-विदेश के तत्कालीन घटनाक्रमों का बुनियादी ज्ञान अवश्य हो।
2. देश-दुनिया की हो समझ – किसी भी घटना को लेकर व्यक्ति पर उसका क्या प्रभाव पड़ता है जिसमें देश-दुनिया, समाज के प्रति समझ क्या है उसे जानने का प्रयास किया जाता है, इसलिए समसामयिक मुद्दों और बेसिक नॉलेज दोनों का ही होना बहुत महत्वपूर्ण है।
3. प्रतिक्रियात्मक रवैया – सिविल सर्विस में आने के बाद व्यक्ति को हर स्तर पर कई तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, ऐसे में किसी भी घटना को लेकर उसकी क्या प्रतिक्रिया है। किसी भी मुद्दे पर उसके स्वयं के क्या विचार हैं। यह जानने का प्रयास किया जाता है, इसलिए समसामयिक मुद्दों पर अपने स्वयं के विचार प्रकट करने और लिखने की समझ विकसित करना जरूरी है।
4. विश्लेषण क्षमता है जरूरी – सिविल सर्विस में आने के बाद अधिकारी को समय परिस्थितियों के अनुसार तत्काल निर्णय लेना पड़ता है, इसलिए इस परीक्षा के माध्यम से व्यक्ति की निर्णय लेने की क्षमता को जांचा जाता है। इसलिए अपनी डिसिजन मेकिंग की क्षमता को विकसित करें।
5. अभिव्यक्ति की हो क्षमता – सिविल सर्विस में आने वाले व्यक्ति की मौखिक और लिखित दोनों ही तरह की अभिव्यक्ति किसी भी मुद्दे पर स्पष्ट होनी चाहिए। ताकि वह किसी भी समस्या को पहले समझें फिर पूरे विश्लेषण के पश्चात उसका समाधान निकाल सकें, यही एक अच्छे प्रशासनिक अधिकारी के मुख्य गुण हैं।
किन किताबों का अध्ययन होगा उचित
देश के सबसे ज्यादा जिम्मेदार युवाओं के चयन के लिए होने वाली इस सबसे प्रतिष्ठित परीक्षा के लिए अध्ययन सामग्री की आज किताबों, नोट्स और इंटरनेट पर स्टडी मटेरियल की कहीं कोई कमी नहीं है लेकिन हमें ऐसी किताबों का अध्ययन करने की आवश्यकता है जो हमें हमारी आवश्यकताओं के अनुरूप ज्ञान प्रदान करें।
कॉन्सेप्ट क्लीयर करें एनसीईआरटी बुक्स से –
अपने बेसिक क्लीयर करने के लिए प्रतिभागियों को सबसे पहले एनसीईआरटी की 8वीं से 12वीं क्लास की इतिहास, भूगोल, राजनीति शास्त्र, जीव विज्ञान, रसायन शास्त्र और भौतिक शास्त्र की किताबों का अध्ययन अवश्य करना चाहिए।
इन किताबों से विषय का सही ज्ञान प्राप्त किया जा सकता है।
इसके अलाबा सभी बिषयों की पुस्तकों की सूची हम आपको यहां उपलब्ध करा रहे हैं –
सामान्य अध्ययन के लिए – नोट्स बनाने के बजाय समसामयिक मुद्दों पर अपने नोट्स बनाएं ।
बेसिक क्लीयर करें और रेग्युलर स्टडी करें
रेग्युलर स्टडी के साथ ही बेसिक कॉन्सेप्ट क्लीयर कर सिविल सर्विस में सफलता प्राप्त की जा सकती है। न्यूज पेपर को रेग्युलर ध्यान से पढ़ने की आवश्यकता है राजनैतिक खबरों पर खास ध्यान न देकर सरकारी योजनाओं संबंधी खबरों, विज्ञान प्रौद्योगिकी, कला और साहित्य से जुड़ी खबरों, अंतर्राष्ट्रीय संबंध की खबरों को ध्यान से पढ़कर उन्हें नोट्स के रूप में नियमित सहेज कर रखें। इसके साथ ही कुरुक्षेत्र, योजना, प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया की वेबसाइट पर मौजूद प्रेस समाचार का अध्ययन, इंडिया ईयर बुक का अध्ययन भी काफी मददगार होगा। इसके साथ ही सब्जेक्ट मटेरियल भी एक्सपर्ट की मदद लेकर सिलेक्टिव ही चूज करें इसमें इग्नू का स्टडी मटेरियल अच्छा ऑप्शन है। इन सबके साथ ही नियमित पढ़ाई बहुत जरूरी है क्योंकि सक्सेस का कोई शॉर्टकट नहीं होता है।
Practice Test अवश्य लागायें
दोस्तो किसी भी परीक्षा में पास होने का में सबसे बडा योगदान परीक्षा से पहले Practice Test का होता है, तो हम यहां आपको कुछ Practice Test की PDF उपलब्ध कराने जा रहे है ! जिन्हें Download करके आप अपने घर पर लगा सकते है –
दोस्तो इसके अलाबा निम्न पोस्ट भी अवश्य पढें –
Dear Sir,
After doing BACHELOR IN SOCIAL WORK,i m capable of goving IAS exam or not…
Yes You are capable
Sir,what subject should I choose which were easy and related to Bachelor In social work for IAS exam.