नमस्कार दोस्तो , कैसे हैं आप ? I Hope आप सभी की पढाई अच्छी चल रही होगी 🙂
दोस्तो आज की हमारी पोस्ट बाल विकास एवं शिक्षाशास्त्र से संबंधित उन प्रश्नों के बारे में है जिनको पिछ्ले Teaching के Exam जैसे CTET , UPTET , MP Samvida Teacher , HTET , REET आदि में कहीं न कहीं पूंछा गया है ! और आंगे आने बाले सभी तरह के Exams , जिनमें कि Child Development and Pedagogy से संबंधित प्रश्न पूंछे जाने हैं उनमें द्वारा पूंछे जाने कि पूरी पूरी संभाबना है तो आप सभी इन प्रश्नों को अच्छे से याद कर लीजिये 🙂
Child Development and Pedagogy के पिछ्ले Year के Question से संबंधित यह हमारा पहला पार्ट है व इसके अन्य पार्ट भी हम लगातार आपको अपनी बेबसाईट पर उपलब्ध कराते रहेंगे तो आप सभी से Request है कि आप हमारी बेबसाईट को विजिट करते रहिये ! 🙂
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Pedagogy For Vyapam Samvida Teacher
- किस मनोवैज्ञानिक ने अपने साढे तीन वर्षीय पुत्र पर अध्ययन किया – पेस्टोलॉजी
- निम्न में से विकास की विशेषता है – गुणात्मकता
- बालक का विकास होता है – सिर से पैर की ओर
- बालक में संस्कारों का विकास प्रारम्भ कहाँ से होता है – परिवार
- विकास के संदर्भ में गलत कथन है – विशिष्ट से सामान्य की ओर
- खेल के मैदान में कौन सा विकास होता है – शारीरिक विकास, मानसिक विकास, सामाजिक विकास
- गर्भाधान काल की अवस्था नहीं है – शैशवावस्था
- गर्भ में संतान सर्वाधिक प्रभावित होती है – माँ के पोषण से
- ‘मानव जीवन की मनोभौतिक एकता’ कहलाती है – मन तथा शरीर का विकास
- 2-5 वर्ष तक की आयु कहलाती है – शैशवावस्था
- गर्भ में सर्वप्रथम निर्माण होता है – सिर
- बालक के सिर एवं मस्तिष्क का सर्वाधिक विकास किस अवस्था में होता है – शैशवावस्था
- जन्म के समय शिशु के शरीर में हड्डियाँ होती है – 270
- बीजावस्था कहा गया है – 0-2 सप्ताह
- बालक अपनी माँ को पहचानना प्रारम्भ कर देता है – 3 माह
- बालक जमीन पर से अपनी पसंद की वस्तु को उठा लेता है, आपके अनुसार उस बालक की आयु होगी – 8-9 माह
- बालक के जन्म के समय शिशु के मस्तिष्क का भार होता है – 350 ग्राम
- सीखने का आदर्श काल माना गया है – शैशवावस्था
- कल्पना जगत में विचरण होता है – शैशवावस्था व किशोरावस्था
- बालक मुख्य मुख्य रंगों की पहचान कर लेता है – 5 वर्ष
- मिथ्या परिपक्वता का काल कहा जाता है – बाल्यावस्था
- छोटे-छोटे वाक्यों को बोलना व तीन पहियों की साइकिल चलाना यह कार्य किस अवस्था में होता है – शैशवावस्था
- कार्ल सी. गैरीसन ने किस विधि का अध्ययन किया था – लम्बात्मक विधि का
- निम्न में से किस घटना की ओर बालक सर्वव्रथम आकर्षित होना प्रारम्भ करता है – प्रकाश
- बालक-बालिकाओं को सर्वाधिक समायोजन करना पड़ता है – वय: संधिकाल
- बालक की जिज्ञासा को किया जाना चाहिए – शान्त
- सीखना है, एक जटिल – मानसिक प्रक्रिया
- भारत में बाल विकास की शुरूआत कब हुई – 1930 में
- विकास प्रारम्भ होता है – गर्भावस्था में
- बालिकाओं की लम्बाई किस अवस्था में बालकों से अधिक होती है – बाल्यावस्था में
- दिवास्वप्न एवं भाषा के कूटकरण की अवस्था है – किशोरावस्था
- विकास के सम्बन्ध में सही कथन है – विकास सम्पूर्ण पक्षों में होने वाला परिवर्तन।
- विकास केवल एक ओर न होकर चारों ओर से होता है। यह सिद्धान्त बताता है – वर्तुलाकार
- जन्म के समय नवजात शिशु रोता है – वातावरण में परिवर्तन के कारण
- शैशवावस्था के अंत में किस ग्रंथि के प्रभाव के कारण बालिकाएँ अपने पिता के प्रति श्रद्धा भाव रखती है – इलेक्ट्रा
- क्लार्कऔर बीर्च ने नर चिम्पांजी के शरीर में – स्त्री हार्मोन प्रवेश कराये।
- बालक का विकास वंशानुक्रम व वातावरण का है – गुणनफल
- जीवन का सबसे कठिन काल है – किशोरावस्था
- बालक के अस्थाई दाँतों की संख्या है – 20
- महिलाओं के जनन कोश में अर्थात् अंडाणु (OVUM) में निम्नांकित में से पाया जाता है – केवल X गुणसूत्र
- आनुवांशिकता से तात्पर्य निम्नांकित में से किनसे होता है – गुणसूत्र तथा जीन्स
- पुरूषों में सामान्य यौन गुणसूत्र होता है – XY गुणसूत्र
- जन्म के समय बालक का भार होता है – 6-8 पौण्ड
- आनुवांशिकता के वास्तविक निर्धारक होते हैं – गुणसूत्र
- बालक के विकास में महत्व है – वंशक्रम का एवं वातावरण का
- दिवास्वप्न में विचरण करने की कामना अत्यन्त प्रबल होती है – किशोरावस्था में
- सृजनशील बालकों का लक्षण है – जिज्ञासा
- क्रोध संवेग के कारण उत्पन्न प्रवृत्ति है – युयुत्सा
- बालक-बालिकाएँ अपने जीवन में किसी अन्य को आदर्श के रूप में स्वीकार करते हैं, किस अवस्था में – किशोरावस्था में
- समान आयु स्तर के बालक-बालिकाओं का बौद्धिक स्तर भिन्न भिन्न होता है, यह कथन किसका है – हरलॉक
- बालक का समाजिकृत निम्निलिखित तकनीक से निर्धारित होता है – समाजमिति तकनीक
- बालकों में सौन्दर्यानुभूति विकसित करने का आधारभूत साधन है – प्रकृति अवलोकन
- किशोरावस्था की प्रमुख विशेषता नहीं है – संग्रह की प्रवृत्ति
- जन्म के समय बालक की स्मरण-शक्ति होती है – बहुत कम
- किस वैज्ञानिक ने माना है कि उचित वातावरण से बुद्धि लब्धि में वृद्धि होती है – स्टीफन्स
- आत्मगौरव की भावना सर्वाधिक पायी जाती है – 13-19 वर्ष
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- चरित्र निर्माण में निम्नांकित कारक सहायक नहीं है – निर्देश
- बालक का शारीरिक, मानसिक, सामाजिक और संवेगात्मक विकास किस अवस्था में पूर्णता को प्राप्त होता है – किशोरावस्था
- किस आयु के बालक में समय दिन, दिनांक एवं क्षेत्रफल संबंधित अवबोध का विकास हो जाता है – 9 वर्ष
- उत्तर बाल्यकाल का समय कब होता है – 6 से 12 वर्ष तक
- जिस आयु में बालक की मानसिक योग्यता का लगभगपूर्ण विकास हो जाता है, वह है – 14 वर्ष
- निम्नांकित अवस्था में प्राय: बालकों का आकर्षण समलिंगी के प्रति होता है – बाल्यावस्था
- बालक के सामाजिक विकास में सबसे महत्वपूर्ण कारक कौनसा है – वातावरण
- लड़कियों के बाह्य परिवर्तन किस अवस्था में होने लगते हैं – किशोरावस्था में
- भाषा विकास के क्रम में अंतिम क्रम (सोपान) है – भाषा विकास की पूर्णावस्था
- भाषा विकास के विभिन्न अंग कौन से हैं – अक्षर ज्ञान, सुनकर भाषा समझना, ध्वनि उत्पन्न करके भाषा बोलना
- विकासात्मक बाल मनोविज्ञान का जनक किसे माना जाता है – जीन पियाजे को
- संवेगात्मक स्थिरता का लक्षण है – समायोजित
- लैमार्क ने अध्ययन किया था – वंशानुक्रम
- ‘संवेग’ शब्द का शाब्दिक अर्थ है – उत्तेजनाया भावों में उथल पुथल
- बालक के समाजीकरण का प्राथमिक घटक है – परिवार
- इनमें से कौन-सा बाल विकास का एक सिद्धान्त है – विकास परिपक्वन तथा अनुभव के बीच अन्योन्यक्रिया की वजह से घटित होता है।
- निम्नांकित में से अवांछनीय संवेग है – दगा
- प्राकृतिक चयन के सिद्धान्त का संबंधहै – डार्विन से
- अब शिक्षा हो गई है – बाल केन्द्रित
- पैतृक गुणों के हस्तांतरण के सिद्धान्तों को स्पष्ट किया था – मैण्डल ने
- ”बालक की अभिवृद्धि जैवकीय नियमों के अनुसार होती है।” यह कथन है – क्रोगमैन का
- निम्न में से जो मनोवैज्ञानिक नहीं है, वह हैं – सुकरात
- निम्न में से जो मानव को सबसे अधिक प्रभावित करता है, वह है – वंश परम्परा तथा वातावरण
- ‘प्रकृति-पालन-पोषण’ वाद-विवाद के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों में से कौन सा आपको उपयुक्त प्रतीत होता है – वंशानुक्रम तथा परिवेश अभिन्न रूप से एक-दूसरे से गुंथे हुए हैं और दोनों विकास को प्रभावित करते हैं।
- एक अध्यापिका यह सुनिश्चित करना चाहती है कि उसके विद्यार्थी आंतरिक रूप से प्रेरित हैं। इस संदर्भ में वह करेंगी – अंतिम परिणाम पर ध्यान देने के बजाय व्यक्तिगत रूप से बच्चों की अधिगम की प्रक्रियाओं पर ध्यान देना।
- बाल विकास का अर्थ है – बालक का गुणात्मक व परिमाणात्मक परिवर्तन
- अधिगम का पुनरावृत्ति का सिद्धान्त दिया है – पैट्रिक पावलव ने
- बालक के खेल के विकास को प्रभावित करते हैं – शारीरिक स्वास्थ्य, वातावरण एवं खाली समय
- खेलों की विशेषताएँ हैं – नवीन खेलों के इच्छुक, स्वेच्छानुसार खेल, एवं विकासशील खेल
- निम्न ग्रंथि के दोषपूर्ण कार्य करने पर व्यक्ति का लैंकिग विकास उचित रूप से नहीं हो पाता है – पीनियल ग्रंथि
- निम्नांकित में से खेल पर आधारित विधि है – किण्डर गार्टन विधि
- अतिरिक्त शक्ति के सित्रान्त का संबंध है – खेल से
- निम्न में से कौन मनोवैज्ञानिक नहीं है – जॉन डीवी
- “Psychology from the standpoint of behaviourist” किसकी रचना है – वाटसन की
- “a dictionary of Psycholigy” पुस्तक लिखी है – जेम्स ड्रेवर ने
- वंशानुक्रम का प्रमुख वाहक है – पित्र्येक (Jeanse)
- मानव व्यवहार की प्रत्येक विशेषता है – वंशानुक्रम व वातावरण का गुणनफल
- एक बच्चे की वृद्धि और विकास के अध्ययन की सर्वाधिक अच्छी विधि कौन सी है – विकासीय विधि
- ”हम जो कुछ भी हैं उसके 9/10 भाग जन्मजात (वंशानुक्रम) है तथा केवल 1/10 भाग की अर्जित होता है।” यह कथन है – जैव वैज्ञानिक पार्कर
- अभिवृद्धि शब्द का प्रयोग किया जाता है – शारीरिक विकास के लिए
- बाल्यावस्था में विकास को ”छद्म परिपक्वावस्था” किसने कहा – जे. एस. रॉस
- ”किशोरावस्था को जीवन का सबसे कठिन काल” किसने कहा – किलपैट्रिक ने
- शारीरिक विकास की गति किस अवस्था में बहुत कम हो जाती है – बाल्यावस्था में
- किशोरावस्था की अवधि है – 12-18 वर्ष
- शैशवावस्था के तीन वर्षों में बालक का शारीरिक विकास होता है – तीव्र
- 13 वर्ष की अवस्था तक पहुँचते-पहुँचते बालक का कौन सा विकास लगभग पूरा हो जाता है – बौद्धिक विकास
- बाल विकास को सर्वाधिक प्रेरित करने वाला प्रमुख घटक – खेल का मैदान
- किस सिद्धान्त के अंतर्गत बालक के शारीरिक, मानसिक, संवेगात्मक आदि पहलुओं का अध्ययन करते हैं – परस्पर संबंध का सिद्धान्त
- बाइगोत्स्की के अनुसार, समीपस्थ विकास का क्षेत्र है – बच्चे के द्वारा स्वतंत्ररूप से किए जा सकने वाले तथा सहायताके साथ करने वाले कार्य के बीच अंतर।
- मानसिक विकास के पक्ष हैं – संवेदना, बुद्धि तथा भाषा
- बाल विकास की प्रकृति कैसी मानी जाती है – विज्ञानमयी
- बाल अध्ययन का पिता कौन है – स्टेनले हॉल
- बाल विकास की उपयोगिता है – बाल निर्देशन में, बालकों के स्वभाव को समझने में, बालकों के शिक्षण में
- किसके अनुसार सीखने का आदर्श शैशवावस्था है – वेलन्टाइन
- कौन सा संवेग है – प्रेम, क्रोध, आश्चर्य
- किसने चरित्र को ‘आदतों का पुंज’ कहा है – सेमुअल
- 20वीं शताब्दी को ”बालक की शताब्दी” किसने कहा – क्रो एण्ड क्रो
- समायोजन दूषित होता है – कुण्ठा, संघर्ष
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बहुत बढ़िया लिखते हैं आप। इसी प्रकार हम सबका सहयोग करते रहिये ।। धन्यवाद
बहुत ही बढ़िया लेख लिखा है आपने
WHERE IS AUGUST CURRENT AFFAIRS.
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