नमस्कार दोस्तो , कैसे हैं आप ? I Hope आप सभी की पढाई अच्छी चल रही होगी 🙂
दोस्तो आज की हमारी पोस्ट बाल विकास एवं शिक्षाशास्त्र से संबंधित उन प्रश्नों के बारे में है जिनको पिछ्ले Teaching के Exam जैसे CTET , UPTET , MP Samvida Teacher , HTET , REET आदि में कहीं न कहीं पूंछा गया है ! और आंगे आने बाले सभी तरह के Exams , जिनमें कि Child Development and Pedagogy से संबंधित प्रश्न पूंछे जाने हैं उनमें द्वारा पूंछे जाने कि पूरी पूरी संभाबना है तो आप सभी इन प्रश्नों को अच्छे से याद कर लीजिये 🙂
Child Development and Pedagogy के पिछ्ले Year के Question से संबंधित यह हमारा 9th पार्ट है व इसके अन्य पार्ट भी हम लगातार आपको अपनी बेबसाईट पर उपलब्ध कराते रहेंगे तो आप सभी से Request है कि आप हमारी बेबसाईट को विजिट करते रहिये ! 🙂
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Child Development and Pedagogy Notes in Hindi
- कार्यात्मक प्रतिवबद्धता सिद्धांत प्रतिक्रिया में मुख्य कारक निम्न में से कौन सा है – पुनर्बलन
- प्रेरणा सीखने के लिए सर्वश्रेष्ठ है, किसने कहा – स्कीनर
- अभिप्रेरणा अधिगम का सर्वोत्कृष्ट राजमार्ग है – स्कीनर
- अभिप्रेरणा को अधिगम का आधार कहा है – सोरेन्सन
- ”एक महिला ने भोजन प्राप्त करने के लिए अपने बच्चे को बेच दिया” इस खबर को …….. के आधार पर अच्छी तरह समझा जा सकता है – पदानुक्रमिक आवश्यकताओं का सिद्धान्त
- छात्रों की निष्पति निर्भर करती है – स्व-प्रत्यय, बुद्धि, अभिरूचि, अभिप्रेरणा
- निम्निलिखित में से कौन सा प्राकृतिक अभिप्रेरणा का उदाहरण नहीं है – प्रतिष्ठा
- निम्न में से किसका कोई जैविकीय आधार नहीं है – संबंधन
- निम्न के अभाव में प्रेरणा की प्रक्रिया प्रारम्भ नहीं हो सकती – आवश्यकता
- कक्षा में अभिप्रेरणात्मक सिद्धान्तों का प्रयोग किया जा सकता है – उपलब्धिप्रेरणा वृद्धि हेतु, उच्च स्तरीय स्पर्धा टालने हेतु, तनाव कम करने हेतु।
- कौन सा प्राथमिक अभिप्रेरक है – प्यास, भूख, काम
- आंतरिक अभिप्रेरण का उदाहरण है – कार्य में रूचि
- अभिप्रेरणा का मांग सिद्धांत किसने प्रस्तुत किया – मॉस्लो ने
- ‘अभिप्रेरणा से तात्पर्य छात्र की आंतरिक शक्ति को जागृत करना है’ यह कथन है – गिलफोर्ड
- अध्यापक की प्रभावशीलता निर्भर करती है, इस बात पर कि वह – छात्रों को मानसिक रूप से कितना सक्रिय करता है।
- अभिप्रेरणा का अधिगम में क्या महत्तव है – इससे अधिगम अधिगमार्थी सीखने के लिए तत्पर हो जाता है।
- अंतर्नोद और अभिप्रेरणा में क्या संबंध है – अभिप्रेरणा का संबंध लक्ष्य से है। अंतर्नोद उस ओर बढ़ने से गति देता है।
- पुरस्कार और दण्ड का अनुचित प्रयोग अधिगम को बनाता है – प्रभावहीन
- ‘भूख’ और ‘प्यास’ है – जन्मजात प्रेरक
- अभिप्रेरणाके स्त्रोत कौन कौन से हैं – आवश्यकता, चालक, प्रेरक
- मैस्लो के अभिप्रेरणा सिद्धांत को कहा जाता है – आवश्यकता पदानुक्रम का सिद्धांत
- प्रेरणा का वही संबंध उपलब्धि से है, जो अधिगम का ……….. से है – बोध
- पुरस्कार एवं दण्ड ………. का एक प्रकार है – बाह्य प्रेरणा
- उपलब्धि आवश्यकता किस प्रकार का अभिप्रेरक है – सामाजिक
- कक्षा में अभिप्रेरणात्मक सिद्धांतों का प्रयोग किया जा सकता है – उपलब्धि प्रेरणा वृद्धि हेतु, उच्च स्तरीय स्पर्धा टालने हेतु, तनाव कम करने हेतु।
- विद्यार्थियों में अभिप्रेरणा विकसित करने के लिए एक शिक्षक को क्या करना चाहिए – नई तकनीक व नई विधियों का प्रयोग करना।
- राजेश गणित की समस्या को हल करने के लिए पूरी तरह से संघर्ष कर रहा है। उसका आंतरिक बल जो, उसे उस समस्या को पूरी तरह से हल करने के लिए विवश करता है, ………….. के रूप में जाना जाता है – प्रेरक
- प्राथमिक आवश्यकताओं को ………….. आवश्यकता से भी जाना जाता है – दैहिक
- प्रक्षेपण विधि द्वारा किसका अध्ययन किया जाता है – अचेतन मन का
- ‘मूल प्रवृत्तियाँ सम्पूर्ण मानव व्यवहार की चालक है।’ यह कथन किस मनोवैज्ञानिक का है – मैक्डूगल
- एक छात्र बोर्ड परीक्षा के लिए कठिन परिश्रम कर रहा है। उसके पिता ने उसे अच्छे अंक आने पर मोटर साइकल देने का वादा किया है। इसका अर्थ है – बाह्य प्रेरणा
- किशोरावस्था में बालकों को सहयोग देने के लिए आवश्यक है – अभिप्रेरणा
- एक आन्तरिक मानसिक दशा जो किसी व्यवहार को आरम्भ करने तथा बनाए रखने को प्रवृत्त करती है, कहलाती है – अभिप्रेरणा
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- संवेगों पर नियंत्रण पाने के लिए बालकों को अभ्यास कराना चाहिए – आत्म नियंत्रण का
- निम्न में से कौन अभिप्रेरणा का पक्ष नहीं है – दबाव
- निम्न में से कौनसा कार्य बाह्य प्रेरक है – कवितापाठ एवं दौड़ में भाग लेना।
- सीखने के लिए आकलन – अभिप्रेरणा को बढ़ावा देता है।
- निम्न में से कौन सी शब्दावली प्राय: अभिप्रेरणा के साथ अंत: बदलाव के साथ इस्तेमाल की जाती है – आवश्यकता
- अभिप्रेरणा का वर्गीकरण होता है – जन्मजात तथा अर्जित
- निम्नलिखित कथनों में से आप किससे सहमत है – अधिगम एक सामाजिक-सांस्कृतिक परिवेश में घटित होता है।
- जीन पियाजे का बाल विकास वर्गीकरण किस सिद्धान्त पर आधारित है – संज्ञानात्मक विकास सिद्धान्त
- एक शिक्षार्थी-केन्द्रित कक्षा-कक्ष में अध्यापिका करेगी – इस प्रकार की पद्धतियों को नियोजित करना जिसमें शिक्षार्थी अपने स्वयं के अधिगम के लिए पहल करने में प्रोत्साहित हों।
- सीखी गई क्रिया का अन्य परिस्थितियों में उपयोग किया जाना कहलाता है –अधिगम स्थानान्तरण
- वाइगोत्स्की तथा पियाजे के परिप्रेक्ष्यों में एक प्रमुख विभिन्नता है – भाषा एवं चिन्तन के बारे में उनके दृष्टिकोण।
- “an introduction to Social Psychology” के रचयिता थे – विलियम
- पुनर्बलन के सिद्धान्त का प्रतिपादन किया – हल
- व्यक्ति द्वारा जब किसी वस्तु को देखकर या स्पर्श कर ज्ञान प्राप्त किया जाता है, तो वह सीखना कहलाता है – प्रत्यक्षात्मक सीखना।
- ”सीखने की प्रक्रिया की एक प्रमुख विशेषता पठार है ये उस अवधि को व्यक्त करते हैं जब सीखने की क्रिया में कोई उन्नति नहीं होती है” यह कथन है – रॉस
- अनुबंध के गोचर की शुरूआत ………. के द्वारा की गई थी – पावलाव
- लघु पदों के सिद्धान्त का संबंध है – रेखीय अभिक्रमित
- कार्यात्मक प्रतिबद्धता सिद्धान्त प्रक्रिया में मुख्य कारक कौन सा है – पुनर्बलन
- मोहन 7A में पढ़ता है, उसे 7B में बिठाकर पढ़ाया जाता है – अधिगम का कौन सा अंतरण है – क्षैतिज
- समाजीकरण एक प्रक्रिया है – मूल्यों, विश्वासों तथा अपेक्षाओं को अर्जित करने की।
- पियाजे अनुमोदन करते हैं कि पूर्व-संक्रियात्मक बच्चे याद रखने में असमर्थ होते हैं। निम्निलिखित कारकों में से किसको उन्होनें इस असमर्थता के लिए जिम्मेदार ठहराया है – विचार की अनुत्क्रमणीयता (पलट न सके)
- पियाजे के सिद्धान्त के अनुसार, बच्चे निम्न में से किसके द्वारा सीखते हैं – उपयुक्त पुरस्कार दिए जाने पर अपने व्यवहार में परिवर्तन करना।
- जब पूर्व प्राप्त अनुभव नवीन समस्या को हल करने में सहायक होता है, वह है – धनात्मक स्थानान्तरण
- विद्यार्थियों को REET की तैयारी करवाकर NET की परीक्षा ली जाती है – ऊर्ध्वअन्तरण
- कक्षा-कक्ष अधिगम के लिए कौन-सी विधि का प्रयोग किया जा सकता है – वाद-विवादविधि, प्रयत्न व त्रुटि विधि, अवलोकन विधि
- कोहलर का अधिगम-सिद्धान्त निम्नलिखित नाम से जाना जाता है – अन्तर्दृष्टि का सिद्धान्त
- थार्नडाइक मनोवैज्ञानिक थे – अमेरिका के
- रीना कक्षा 2 की छात्रा है, उसे अध्यापिका ने डण्डे से पीटा। अगले दिन वह अध्यापिका के हाथ में डण्डा देखकर रोना प्रारम्भ कर देती है, अधिगम का अंतरण है – द्वि-पार्श्विक
- निम्न में से जो सीखने अथवा अधिगम का नियम नहीं है – पढ़ने का
- ‘अनुभव के द्वारा व्यवहारगत परिवर्तन’ है – अधिगम
- तत्परता के नियम का सम्बन्ध है – अधिगम से
- पूर्णाकारवाद के नियम है – समरूपता, समीपता, संरचनात्मक
- सुरेश को अंग्रेजी भाषा बोलना सिखाया जाता है, वह अंग्रेजी तो अच्छी बोल लेता है, परंतु अब हिन्दी शुद्ध नहीं बोल पाता है, अधिगम का स्थानांतरण है – नकारात्मक
- अधिगम को प्रभावित करने वाले घटक है – उचित वातावरण, प्रेरणा, परिपक्वता
- पावलॉव था – शरीर क्रिया वैज्ञानिक
- अनुबन्ध प्रयोगों में अनुबंधित अनुक्रियायों का विलोपन किस कारण होता है – पुनर्बलन की अनुपस्थिति
- ‘अनुभव एवं प्रशिक्षण द्वारा व्यवहार परिवर्तन को अधिगम कहते हैं।’ अधिगम की यह परिभाषा दी गई – गेट्स ने
- एक बालक का हाथ आग से जल जाता है, भविष्य में वह आग को देखकर ही जलन महसूस कर लेता है, अधिगम का स्थानांतरण है – द्वि-पार्श्विक
- प्रयासों के आधार पर अधिगम की मात्रा में समान रूप से वृद्धि होती है – रेखीय त्वरण वक्र
- निम्नांकित में से किस परिस्थिति में प्राणी में निष्क्रियता सबसे अधिक पायी जाती है – अर्जित नि:सहायता
- गेस्टाल्ट का अर्थ है – समग्र के रूप में
- धनात्मक अंतरण का तत्व निम्नांकित में कौन-सा है – सीखने का अधिगम
- क्रियात्मक अनुबन्धन का सिद्धान्त किसकी देन माना जाता है – स्किनर की
- कक्षा-7 का रोहन प्रारम्भिक पाठों को तो तीव्र गति से सीखता है परन्तु धीरे-धीरे उसके सीखने की गति कम हो जाती है, एक समय ऐसा आता है कि कितने भी प्रयास करने पर भी वह अधिक नहीं सीख पाता है, यह प्रक्रिया है – अधिगम पठार
- सीखने के मुख्य नियमों के अतिरिक्त एक अन्य नियम भी है, जो मुख्य नियमों को विस्तार देते हैं। यह अन्य नियम है – निकटता का नियम
- पावलव ने अधिगम का जो सिद्धान्त प्रतिपादित किया था, वह है – अनुकूलित अनुक्रिया
- नियमैतिक अनुबंध के सिद्धान्त का प्रतिपादक है – स्कीनर
- निम्न में से पूर्ण कारक वाद के नियमों से जो संबंधित नहीं है, वह है – विरूपता
- यदि गणित का अधिगम भौतिकी के अधिगम में सहायक हो, तो यह – सकारात्मक स्थानान्तरण
- विद्यार्थियों को अगले कार्य के लिए तैयार करने हेतु प्रथम परिस्थिति में प्रदान किया पुनर्बलन अभिप्रेरण का कार्य करता है, यह अधिगम का सिद्धान्त है – क्रिया प्रसूत अनुबंध
- अन्तर्दृष्टि की पुष्टि करने के लिए कोहलर ने जिस चिंपांजी पर प्रयोग किया, उसका नाम था – सुल्तान
- उत्तेजना व्यक्ति को सहायता प्रदान करती है – उद्देश्य प्राप्ति में
- एक विकलांग बालक अत्यधिक परिश्रम करके कक्षा में प्रथम आने का प्रयास करता है। इसे किस प्रतिरक्षक प्रणाली में रखेंगे – क्षतिपूर्ति
- एक छात्र का अधिगम निम्न में से किस पर निर्भर नहीं करता – आर्थिक स्थिति
- बालक शरीर के अंगों का संचालन करना सीखता है – किस प्रकार के अधिगम के माध्यम से – गत्यात्मक
- एक बालिका को साईकिल चलाना आता है, वह स्कूटी खरीदती है, तो आसानी से स्कूटी चलाना सीख जाती है, यहाँ अधिगम का कौन सा स्थानांतरण है – सकारात्मक
- चंचल प्रात: जल्दी उठने के लिए सुबह 4 बजे का अलार्म भरती है, बजने पर उठ जाती है, 3-4 दिन करने पर अलार्म बजने से पहले ही उसकी नींद खुल जाती है, यहाँ अधिगम का कौन सा सिद्धान्त है – शास्त्रीय अनुबंधन
- सीखना – सम्पूर्ण जीवन चलता है। नया कार्य करना। और व्यक्तिगत व सामाजिक दोनों।
- व्यवहार के S-R सम्प्रत्ययन को अस्वीकार कर S-O-R सम्प्रत्यय किसने प्रस्तावित किया – वुडवर्थ
- पूजा II Grade की तैयारी कर रही है, उसी दौरान उसके REET का परिणाम आ जाता है तथा वह असफल हो जाती है, वह दु:खी होकर तैयारी बंद कर देती है, क्लार्क हल के अनुसार उसे आवश्यकता है – पुनर्बलन की
- पुनर्बलन के सिद्धान्त का प्रतिपादन किया – हल ने
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Sir Aap Bahut Achha Nots Banaye Hai.. Hum Aapka Sda Aabhari Bne Rahenge
Aap logen Ki Sahayta se hum Apna Padhai Kafi Mehnat Se Kar Rahe Hai… Bhagwan Ka Aashirvad Or Aapka Sahayta Se Hum Bahut Jaldi Teachers Ka job Le Lenge,, Ye Meri Apni AAtmVishwash Hai