नमस्कार दोस्तो , कैसे हैं आप ? I Hope आप सभी की पढाई अच्छी चल रही होगी 🙂
दोस्तो आज की हमारी पोस्ट बाल विकास एवं शिक्षाशास्त्र से संबंधित उन प्रश्नों के बारे में है जिनको पिछ्ले Teaching के Exam जैसे CTET , UPTET , MP Samvida Teacher , HTET , REET आदि में कहीं न कहीं पूंछा गया है ! और आंगे आने बाले सभी तरह के Exams , जिनमें कि Child Development and Pedagogy से संबंधित प्रश्न पूंछे जाने हैं उनमें द्वारा पूंछे जाने कि पूरी पूरी संभाबना है तो आप सभी इन प्रश्नों को अच्छे से याद कर लीजिये 🙂
Child Development and Pedagogy के पिछ्ले Year के Question से संबंधित यह हमारा 15th पार्ट है व इसके अन्य पार्ट भी हम लगातार आपको अपनी बेबसाईट पर उपलब्ध कराते रहेंगे तो आप सभी से Request है कि आप हमारी बेबसाईट को विजिट करते रहिये ! 🙂
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- बुद्धि का त्रिआयामी मॉडल का प्रतिपादन किसने किया है – गिलफोर्ड
- गार्डनर ने बुद्धि के कितने प्रकार बताये है – 9
- पास एलांग टेस्ट का विकास किसने किया है – डब्ल्यू. पी. एलैक्जेण्डर
- ‘बुद्धि की गुणवत्ता स्नायु तंतुओं की मात्रा पर निर्भर रहती है।’ बुद्धि के मात्रा सिद्धान्त से संबंधित यह कथ किसका है – थॉर्नडाइक
- बच्चों हेतु वेश्लर बुद्धिमापनी के किस परीक्षण में संख्याओं को बढ़ते क्रम में प्रस्तुत कर बालक को भी उसी क्रम में या उल्टे क्रम में संख्याओं को दोहराने हेतु कहा जाता है – अंक विस्तार
- गिलफोर्ड के अनुसार निम्न में से बुद्धि का आयाम नहीं है – संज्ञान
- बुद्धि का वैज्ञानिक मापन सर्वप्रथम किसने प्रारम्भ किया – बिने
- गार्डनर के बहु-बुद्धि के सिद्धान्त के अनुसार, वह कारक जो व्यक्ति के ‘आत्म–बोध’ हेतु सर्वाधिक योगदान देगा, वह हो सकता है – अंत:वैयक्तिक
- निम्नलिखित में से कौन सा सामूहिक अशाब्दिक बुद्धि परीक्षण है – आर्मी बीटा टैस्ट
- हम सभी अपनी बुद्धि, प्रेरणा, अभिरूचि आदि के संदर्भ भिन्न होते हैं। यह सिद्धान्त संबंधित है – वैयक्तिक भिन्नता से
- इनमें से कौन सा त्रितंत्रीय सिद्धान्त में व्यावहारिक बुद्धि का अभिप्राय नहीं है – केवल अपने विषय में व्यावहारिक रूप से विचार करना।
- निरर्थक शब्द निर्माण सर्वप्रथम किसने किया – एबिंगहास
- बुद्धिका/के स्त्रोत है – आनुवांशिक, अधिगम का परिणाम, स्व तथा वातावरण की अंर्तक्रिया
- स्वीयरमैन के अनुसार बुद्धि का बढ़ना किस आयु में आकर रूक जाता है – 16 वर्ष
- बुद्धि के अंतर्गत सामान्य योग्यता का कारक कौन से मनोवैज्ञानिक ने बताया – स्वीयरमैन
- सामान्य व्यक्ति की बुद्धि लब्धि है – 100
- गोलमेन संबंधित है – सांवेगिक बुद्धि से
- ‘बहु-बुद्धि सिद्धान्त’ को वैध नहीं माना जा सकता, क्योंकि – विभिन्न परीक्षणों के अभाव में भिन्न बुद्धियों (different intelligences) का मापन सम्भव नहीं है।
- एक बालक की मानसिक आयु 14 व वास्तविक आयु 11 वर्ष है, तो उसकी बुद्धिलब्धि क्या होगी – 127
- कक्षा-6 के बच्चे का औसत आई क्यू होगा – 100
- बुद्धि का त्रिआयामी सिद्धान्त है – गिलफोर्ड का
- बुद्धि-स्तर के मापकको सही रूप में निर्माण किया है – टरमन
- बुद्धि के विषयमें आधुनिक अवधारणा है – नवीन परिस्थितियों के प्रति समायोजन का गुण
- बैटरी निष्पादन परीक्षण रचे गए हैं – भाटिया
- बहुवादी बुद्धि ज्ञान को अनेक पद्धतियों से प्रदान कर एक से अधिक कौशलों को प्रकट करती है। यह विचार है – गार्डनर
- आप प्रारम्भिक कक्षा के विद्यार्थियों के बुद्धि परीक्षण के लिए क्या उपयुक्त समझते हैं – क्रियात्मक बुद्धि परीक्षण
- एक अध्यापक के लिए बुद्धि परीक्षण की क्या उपयोगिता है – अध्यापन एवं विषय परीक्षण में इसे आधार बनाया जा सकता है।
- बुद्धि के सम्बन्ध में निम्न में से कौन सा कथन सही नहीं है –बुद्धि की लम्बवत् बुद्धि जीवन पर्यन्त होती है।
- कल्पना का शिक्षा में क्या स्थान है – सृजनात्मकता में सहायक
- विभिन्न श्रेणी के मंदित बालकों को दर्शायी गई सही औसत बुद्धि का चयन कीजिए – पिछड़ा बालक – 80 से 99
- ‘संवेगात्मक बुद्धि : बुद्धिलब्धि से अधिक महत्तवपूर्ण क्यों’, पुस्तक के लेखक है – डेनियल गोलमेन
- एक बालक जिसकी मानसिक आयु 12 वर्ष तथा कालानुक्रमिक आयु 10 वर्ष है, उसकी बुद्धिलब्धि होगी -120
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- निम्न में से किन मनोवैज्ञानिकों ने संवेगात्मक बुद्धि पर काम किया – हावर्ड गार्डनर, डेनियल गोलमेन, जॉन डी मेयर व पीटर सालवे
- ‘बुद्धि इन चार शब्दों में निहित है – ज्ञान, आविष्कार, निर्देश, आलोचना।’ यह कथन किस मनोवैज्ञानिक का है – अलफ्रेड बिने
- संवेगात्मक बुद्धि को लोकप्रिय बनाने का श्रेय किसको जाता है – डेनियल गोलमैन
- किसी समुदाय में आसानी से संबंध बनाने व समायोजित होने की क्षमता कहलाती है – सांवेगिक बुद्धि
- परिवार बच्चे को निम्न प्रकार से शिक्षा देता है – अनौपचारिक रूप से
- गिलफोर्ड द्वारा प्रतिपादित बौद्धिकता रचना मॉडल में कितने तत्वों को सम्मिलित किया गया है – 120
- अतीन्द्रिय बालक होते हैं – भावात्मक
- एक विद्यार्थी एक प्रकरण में मुख्य बिन्दुओं को रेखांकित करती है, उसका एक दृश्यात्मक प्रस्तुतीकरण बनाती है तथा प्रकरण की समाप्ति पर अपने दिमाग में उत्पन्न होने वाले प्रश्नों को प्रस्तुत करती है, वह – विचारों के संघटन के द्वारा अपने चिन्तन को निर्देशित करने की कोशिश कर रही है।
- एक अध्यापिका समाज के ‘वंचित वर्गों’ से आए बच्चों की आवश्यकताओं के प्रति प्रभावशाली तरीके से प्रतिक्रिया निम्नलिखित द्वारा कर सकती है – विद्यालयी व्यवस्था तथा स्वयं के उन तौर-तरीकों के बारे में विचार करना जिनसे पक्षपात एवं रूढि़बद्धताएँ झलकती हैं।
- सामाजिक नियमों या कानून के विरुद्ध व्यवहार करने वाला बालक कहलाता है – बाल-अपराधी
- विशिष्ट बालकों के प्रकार कौन से हैं – प्रतिभाशाली बालक, पिछड़े बालक, मन्द बुद्धि बालक, समस्यात्मक बाल
- प्रतिभाशाली बालक की विशेषताएँ है – मानसिक प्रक्रिया की तीव्रता, दैनिक कार्यों में विभिन्नता, पाठ्य विषयों में अत्यधिक रूचि
- मंद बुद्धि बालक की विशेषताएँ है – सीखने की धीमी गति, जीवन में निराशा का अनुभव, समाज विरोधी कार्यों की प्रवृत्ति
- विशिष्ट बालक का अर्थ है – सामान्य बालकों की अपेक्षाकम या अधिक गुण वाला
- प्रतिभाशाली बालकों का समायोजन – श्रेष्ठ
- निम्न में से समस्यात्मक बालक नहीं है – सामान्य
- सामान्य प्रतिभाशाली व विशिष्ट प्रतिभाशाली बालक में किस आधार पर अंतर किया जा सकता है – विशिष्ट योग्यता
- हस्तशिल्प की शिक्षा दी जानी चाहिए – मंदबुद्धि बालकों को
- ”बाल अपराध की परिभाषा किसी कानून के उस उल्लंघन के रूप में की जाती है, जो किसी वयस्क द्वारा किए जाने पर अपराध होता है।” कथन है – स्किनर
- कौन सा बाल अपराध है – यौन अपराध, चुनौती देने की प्रवृत्ति, धूम्रपान
- बालापराध के उपचार की विधि नहीं है – कारावास
- विकलांग बच्चों की सबसे महत्वपूर्ण समस्या है – समायोजन की
- ”किशोरावस्था अपराध प्रवृत्ति के विकास का नाजुक समय है” कथन है – वेलेण्टाइन
- ”बाल अपराध विज्ञान का जनक” किसे माना जाता है –सीजर लाम्ब्रोसो
- मंद बुद्धि (DULL) बालक की बुद्धिलब्धि होती है – 50 से 70/75 तक
- बालापचार का कौन सा कारण नहीं है – समायोजन
- प्रतिभाशाली बालकों को पढ़ाने की सर्वश्रेष्ठ विधि है – अनुसंधान / ह्यूरेस्टि / अन्वेषण विधि
- ‘एक बालक प्रतिदिन कक्षा से भाग जाता है।’ वह बालक है – समस्यात्मक बालक
- ”मापन किया जाने वाला व्यक्तित्व का प्रत्येक पहलू वैयक्तिक भिन्नता का अंश है।” उपर्युक्त परिभाषा दी है – स्किनर ने
- जालोटा ने परीक्षण दिया है – सामूहिक बुद्धि परीक्षण
- मौलिकता का गुण पाया जाता है – सृजनशील बालकों में
- स्कूल से भागने वाले बालक के अध्ययन की सर्वाधिक उपयोगी विधि है – केस स्टडी
- ऐसे बालक जिनका प्रमुख कार्य शिक्षक तथा छात्रों को परेशान करना है, वे है – समस्यात्मक
- वाक् दोष ग्रसित बालक जिसमें तुतलाना, हकलाना, अशुद्ध उच्चारण आदि होते हैं, को दूर कर सकते हैं – अच्छे अभ्यास द्वारा
- डिस्लेक्सिया संबंधित है – पठन विकार से
- बाल अपराध का कारण नहीं है – उचित घरेलू वातावरण
- प्रगतिशील परिवारों में बच्चों में अपेक्षाकृत कौन सा प्रेरक अधिक प्रबल होता है – उपलब्धि
- निम्न में से कौन सा पिछड़ेपन का कारण नहीं है – स्वस्थ वातावरण
- ………. बच्चों में अमूर्तमान प्रत्ययों को ग्रहण करने की योग्यता होती है – प्रतिभाशाली
- निम्न में से कौन सी सामाजिकरूप से वंचितकी समस्या नहीं है – रहने के लिए स्वस्थ परिवेश
- टोरेन्स के सृजनात्मकता परीक्षण द्वारा किस तत्व का मापन नहीं होता है – तार्किकता
- सृजनात्मकता मुख्य रूप से संबंधित होती है – अपसारी चिन्तन
- निम्न में से कौन-सी डिस्लेक्सिया (Dyslexia) की विशेषता नहीं है – सीधे या उल्टे हाथ के प्रयोग के संबंध में निश्चय
- हस्तशिल्प की शिक्षा दी जानी चाहिए – मन्दबुद्धि बालक को
- छात्रों में चोरी करने की आदत को कैसे दूर किया जा सकता है – उदाहरण देकर
- प्रतिभावान बालकों की पहचान करने के लिए हमें सबसे अधिक महत्व – वस्तुनिष्ठ परीक्षणों के परिणाम को देना चाहिए।
- इनमें से कौन सा कृत्य बाल-अपराध नहीं है – कक्षा में नींद निकालना।
- एक बालक जो गणित के अतिरिक्त अन्य विषयों में सामान्य है, जबकि गणित में बहुत निम्न उपलब्धि रखता है, ऐसे बालक को निम्न में से किस श्रेणी में रखा जा सकता है – पिछड़े बालक
- प्रतिभाशाली बालकों की पहचान निष्पादन परीक्षणों द्वारा कठिन मानी जाती है, इसका उपर्युक्त कारण किस विकल्प में दिया गया है – बुद्धि लब्धि और निष्पादन में कोई सम्बन्ध नहीं।
- अध्यापक द्वारा निरीक्षण के माध्यम से प्रतिभाशाली बालक की पहचान निम्न में से किस कारण से कठिन है – निरीक्षण द्वारा भावनात्मक समस्या से ग्रस्त प्रतिभाशाली की पहचान अध्यापकों द्वारा नहीं हो सकती।
- बाल-अपराधियों की आयु होती है – 18 वर्ष से कम
- मानसिक रूप से पिछड़े बालको के लिए निम्न में से कौन सी व्यूह रचना कार्य करेगी – कार्यों को मूर्त रूप में समझना।
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और भी पढें –
- बाल विकास एवं शिक्षाशास्त्र ( Child Development and Pedagogy ) Part – 1 यहां पढें
- बाल विकास एवं शिक्षाशास्त्र ( Child Development and Pedagogy ) Part – 2 यहां पढें
- बाल विकास एवं शिक्षाशास्त्र ( Child Development and Pedagogy ) Part – 3 यहां पढें
- बाल विकास एवं शिक्षाशास्त्र ( Child Development and Pedagogy ) Part – 4 यहां पढें
- बाल विकास एवं शिक्षाशास्त्र ( Child Development and Pedagogy ) Part – 5 यहां पढें
- बाल विकास एवं शिक्षाशास्त्र ( Child Development and Pedagogy ) Part – 6 यहां पढें
- बाल विकास एवं शिक्षाशास्त्र ( Child Development and Pedagogy ) Part – 7 यहां पढें
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