District Wise MP GK in Hindi
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दोस्तो आज की इस पोस्ट में हम आपको MP GK के अंतर्गत मध्यप्रदेश की जिलेबार संपूर्ण जानकारी ( District Wise MP GK in Hindi ) के बारे में बताने जा रहे हैं , इस पोस्ट में हम आपको मध्यप्रदेश के सभी जिलों के बारे में महत्वपूर्ण तथ्य बताऐंगे, जो आपको MP State के आने बाले सभी तरह की प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे MPPSC 2020, MP SI, MP Police, MP Vyapam व अन्य मध्यप्रदेश राज्य के Competitive Exams के लिये बहुत ही उपयोगी होगी ! तो आप सभी से निवेदन है कि आप इस पोस्ट को पुरी तरह से रट डालिये ! जिससे की इससे संबंधित आपका कोई की Question Exams में गलत न हो ! इस पोस्ट की PDF भी आपको जल्द ही उपलब्ध कराई जायेगी !
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संभाग एवं उनके जिले ( MP Division and District )
- इंदौर संभाग (8) – इंदौर, धार, झाबुआ, खरगौन, खण्डवा, बड़वानी, बुरहानपुर और अलीराजपुर
- भोपाल संभाग (5) – भोपाल, सीहोर, रायसेन, राजगढ़, विदिशा
- ग्वालियर संभाग (5) – ग्वालियर, शिवपुरी, दतिया, गुना, अशोक नगर
- चंबल संभाग (3) – मुरैना, भिण्ड, श्योपुर
- रीवा संभाग (4) – रीवा, सतना, सीधी, सिंगरौली
- सागर संभाग (6) – सागर, पन्ना, छतरपुर, दमोह, टीकमगढ़, निवाडी
- उज्जैन संभाग (7) – उज्जैन, रतलाम, मंदसौर, नीमच, देवास, शाजापुर और आगर मालवा
- नर्मदापुरम संभाग (3) – होशंगाबाद, हरदा, बैतुल
- जबलपुर संभाग (8) – जबलपुर, मंडला, नरसिंहपुर, छिन्दवाड़ा, सिवनी, डिण्डोरी, बालाघाट, कटनी
- शहडोल संभाग (3) – शहडोल, अनुपपुर, उमरिया।
District Wise MP GK in Hindi
इन्दौर जिला ( Indore District )
- इंदौर शहर खान नदी के किनारे पर स्थित है।
- इंदौर होलकर वंश की राजधानी रही है।
- इंदौर के महू में डॉ. भीमराव अम्बेडकर का जन्म 14 अप्रैल 1891 में हुआ था। उनकी जन्म स्मृति को चिरस्थायी बनाने के लिए महू में सामाजिक विज्ञान विश्वविद्यालय की स्थापना की गई है।
- मध्यप्रदेश क्रिकेट एसासिएशन का मुख्यालय इंदौर में है।
- मध्यप्रदेश लेाक सेवा आयोग का कार्यालय इंदौर में है।
- चंबल नदी का उद्गम महू की जानापाव की पहाडि़यों से होता है।
- देवी अहिल्याबाई होलकर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा इंदौर में है।
- पहला जेम्स एण्ड ज्वैलरी पार्क इंदौर में स्थापित किया जा रहा है।
- यहाँ राजा रमन्ना लेजर अनुसंधान केन्द्र 1984 में स्थापित किया गया।
- देवी अहिल्याबाई विश्वविद्यालय इंदौर में है।
- राज्य का इलेक्ट्रॉनिक्स कॉम्प्लेक्स भी यहाँ स्थित है।
- प्रदेश की मौसम वेधशाला इंदौर में स्थित है।
- मध्यप्रदेश की औद्योगिक राजधानी इंदौर है।
- देश का ऐसा पहला शहर है जहां आईआईटी और आईआईएम दोनों स्थित हैं।
- देश का पहला डाटा सेंटर पार्क और क्रिस्टल आईटी पार्क इंदौर में स्थित है।
- इंदौर जनसंख्या के आधार पर प्रदेश का सबसे बड़ा जिला है।
खंडवा जिला ( Khandwa District )
- खंडवा जिले को पूर्वी निमाड़ भी कहा जाता है।
- दादा धूनीवाले की समाधि स्थित है।, दादाजी धूनीवाले पॉवर प्रोजेक्ट की स्थापना की जा रही है।
- सिंगाजी ताप विद्युत परियोजना खंडवा में स्थित है।
- किशोर कुमार की समाधि है।
- खंडवा माखनलाल चतुर्वेदी और सुभद्रा कुमारी चौहान की कर्मस्थली रही है।
- राज्य का एकमात्र गांजा उत्पादक जिला है।
- प्याज उत्पादक जिला है।
- ओंकारेश्वर में शंकराचार्य की गुफायें स्थित हैं।
- ओंकारेश्वर में ज्योतिर्लिंग है, ओंकारेश्वर जल विद्युत परियोजना 520 मेगावाट की है।
- खंडवा के ओंकारेश्वर में ओंकार मांधाता का प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग है।
- यहीं पर शंकराचार्य की कर्मस्थली गुफाएँ हैं।
- पुनासा में इंदिरा सागर परियोजना के तहत बाँध का निर्माण किया गया है। वहीं हनुवंतिया में जल महोत्सव का आयोजन व जल पर्यटन केंद्र का विकास किया गया है।
बड़वानी जिला ( Barwani District )
- बड़वानी को 1998 में अलग जिला बनाया गया है।
- राज्य का चावल अनुसंधान केंद्र बड़वानी में है।
- बड़वानी को ”निमाड़ का पेरिस” कहा जाता है।
- बड़वानी (बावनगजा) में आदिनाथ (जैन) की 72 फीट ऊंची मूर्ति है।
- सेंधवा यहां का एक प्रमुख शहर है, जहाँ काटन जीनिंग फैक्ट्री है।
बुरहानपुर जिला ( Burhanpur District )
- बुरहानपुर को दक्षिण का प्रवेश द्वार कहा जाता है।
- यहाँ पर उहीर राजा आसा द्वारा निर्मित मध्यकालीन असीरगढ़ का किला है, जिसे 1601 में अकबर ने जीता।
- आशादेवी का मंदिर है।
- प्रदेश का पहला यूनानी चिकित्सा महाविद्यालय है।
- बुरहानपुर के नेपानगर में अखबारी कागज का कारखाना है।
- यहाँ चाँदनी ताप विद्युत गृह भी है।
- शाहजहाँ की बेगम मुमताज को मृत्यु के बाद बुरहानपुर में ही दफनाया गया था, जहाँ से उसे बाद में ताजमहल ले जाया गया।
- यहीं पर राजा जयसिंह की भी मृत्यु हुई थी।
- बुरहानपुर में आदिलशाह का मकबरा है।
धार जिला ( Dhar District )
- परमार राजा भोज की नगरी धार की प्रसिद्धि मांडू के महलों से है।
- धार- राजा भोज की राजधानी है।
- धार में मांडू को ”सिटी ऑफ जॉय” कहा जाता है।
- राज्य का पहला ड्रायपोर्ट और भारत का डेट्रायट पीथमपुर धार जिले में है।
- पीथमपुर में निर्यात संवर्धन पार्क है।
- धार में राजा भोज द्वारा निर्मित भोजशाला और बाग्देवी (सरस्वती) मंदिर है।
- डायनासोर जीवाश्म पार्क स्थित है।
- सरदारपुर अभ्यारण्य में खरमौर पक्षी का संरक्षण किया जा रहा है।
- धार का किला मांडू का जहाज महल, अशर्फी महल, रानी रूपमती का महल आदि प्रसिद्ध हैं।
- होशंगशाह का मकबरा, भारत में संगमरमर की पहली इमारत है।
- धार के किले का निर्माण मोहम्मद बिन तुगलक ने करवाया था।
- मांडू का पुराना नाम शादियाबाद था।
- धार जिले में बाघ की गुफाएं हैं।
- यहां से ज्ञानदूत परियोजना की शुरूआत हुई।
झाबुआ जिला ( Jhabua District )
- झाबुआ जिला जनजाति बहुल जिला है और भीली गुडिया शिल्प के लिए प्रसिद्ध है।
- मेघनगर औद्योगिक क्षेत्र झाबुआ में है जहाँ रॉक फास्फेट के कारखाने हैं।
- रॉकफॉस्फेट व एस्बेस्टस पाया जाता है।
- यहाँ की साक्षरता 43.3 प्रतिशत है।
- आदिवासी शोध संचार केन्द्र झाबुआ है।
- यहाँ लगने वाला भगोरिया का मेला भीलों से संबंधित है।
अलीराजपुर जिला ( Alirajpur District )
- अलीराजपुर को 2008 में झाबुआ से अलग करके जिला बनाया गया।
- अलीराजपुर में आदिवासी खेल विद्यालय है।
- अलीराजपुर के भाबरा नामक स्थान पर प्रसिद्ध क्रांतिकारी चंद्रशेखर आजाद का जन्म हुआ। इसका नाम बदलकर चंद्रशेखर आजाद नगर कर दिया गया है।
- अलीराजपुर 36.1 प्रतिशत के साथ न्यूनतम साक्षरता वाला जिला है।
खरगोन जिला ( Khargon District )
- खरगौन – सुनहरा जिला है।
- सिंगाजी का मेला लगता है।
- CISF की प्रशिक्षण केन्द्र बड़वाह में है।
- खरगोन में महेश्वर ऐतिहासिक महत्व का शहर है।
- नर्मदा नदी के किनारे बने घाट और महेश्वर के किले का निर्माण अहिल्याबाई होल्कर ने करवाया था।
- महेश्वर बांध खरगोन में है।
- कपास उत्पादन में शीर्ष जिला है।
- बड़वाह भी नर्मदा के किनारे बसा एक प्रमुख शहर है।
- राज्य का कपास अनुसंधान केन्द्र खरगोन में ही है।
- निमरानी औद्योगिक क्लस्टर प्रमुख औद्योगिक क्षेत्र है।
भोपाल जिला ( Bhopal District )
- भोपाल राजा भोज द्वारा बसाया गया था।
- प्रदेश का सर्वाधिक जनसंख्या घनत्व 855 व्यक्ति प्रति वर्ग किमी. यही पर है।
- 26 जनवरी 1972 को सीहोर जिले से अलग करके भोपाल जिला बनाया गया है।
- RCPV नरोन्हा प्रशासनिक एकेडमी भोपाल में स्थित है।
- इन्दिरा गांधी राष्ट्रीय मानव संग्रहालय भोपाल में स्थित है।
- भारत भवन भोपाल स्थित एक सांस्कृतिक कला केन्द्र है।, भारत भवन – 1982 में चार्ल्स कोरिया द्वारा डिजाइन किया गया था।
- दुष्यंत कुमार पाण्डुलिपि संग्रहालय स्थित है।
- देश की सबसे बड़ी मस्जिद – ताजुल मस्जिद व सबसे छोटी मस्जिद – ढाई सीढ़ी मस्जिद यहीं पर स्थित है।, ताजुल मस्जिद का निर्माण शाहजहाँ बेगम ने कराया था।
- भोपाल 5 पहाडि़यों से घिरा है।
- 2-3 दिसम्बर 1984 को यूनियन कार्बाइड से मिथाइल आइसो साइनेट गैस का रिसाव हुआ था।
- 1819-1826 तक भोपाल में बेगमों का शासन रहा। उनके नाम है- कुदसिया बेगम, सिकन्दर जहां बेगम, शाहजहां बेगम एवं सुल्तान जहां बेगम।
- भोपाल में राष्ट्रीय न्यायिक अकादमी 2002 में स्थापित की गई।
- इसरो को उपग्रह नियंत्रण केंद्र 2005 में स्थापित किया गया।
- यह राज्य का सर्वाधिक विश्वविद्यालयों वाला जिला है। बरकतउल्ला विश्वविद्यालय, माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय, राजा भोज खुला विश्वविद्यालय, राष्ट्रीय विधि संस्थान विश्वविद्यालय और अटल बिहारी हिन्दी विश्वविद्यालय सभी भोपाल में स्थित है।
- मौलाना अबुल कलाम आजाद नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, भारतीय वन प्रबंध संस्थान और भारतीय होटल प्रबंधन संस्थान भी भोपाल में है।
- क्षेत्रीय अनुसंधान प्रयोगशाला, उन्नत सांड प्रजनन केन्द्र, भदभदा, भोपाल तथा कृषि एवं प्रशिक्षण प्रयोगशाला, नबीबाग भोपाल में है।
- भोपाल के बड़े तालाब का निर्माण परमार राजा भोज ने करवाया था।
- भोपाल में 1960 में ब्रिटेन के सहयोग से बीएचईएल की स्थापना की गई।
- भोपाल के निशातपुरा में रेलवे कोच फैक्ट्री है।
- राज्य सचिवालय का नाम वल्लभ भवन और राज्य संचालनालय सतपुड़ा व विन्ध्याचल नामक इमारतों से संचालित किए जाते हैं।
- वन विहार राष्ट्रीय उद्यान भोपाल में हैं जहां सर्प उद्यान भी है।
- भोपाल में गांधी मेडिकल कॉलेज है।
- भोपाल में राजा भोज अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा है।
- हबीबगंज रेलवे स्टेशन आईएसओ प्रमाणित रेलवे स्टेशन है।
सीहोर जिला ( Sehor District )
- बुधनी में रेल्वे स्लीपर बनाने का कारखाना है।
- प्रदेश का पहला आवासीय खेल विद्यालय सीहोर में स्थित है।
- सीहोर का पुराना नाम सिद्धपुर था।
- जिले में रेहटी में लघु वनोपज संघ की फार्मेसी व विपणन केन्द्र हैं।
- सलकनपुर में पहाड़ी पर विजयासन माता का मंदिर है, जहाँ मेला लगता है।
- आष्टा तहसील से पार्वती नदी निकलती है।
- ट्रैक्टर परीक्षण केन्द्र बुधनी में हैं।
- सीहोर में कुंवर चैन सिंह की समाधि स्थित है।
विदिशा जिला ( Vidisha District )
- उदयगिरि में नीलकंठ मंदिर स्थित है।
- सम्राट अशोक की पत्नी महादेवी यहीं की रहनेवाली थी।
- विदिशा का पुराना नाम भिल्लस या बेसनगर था।
- यह बेतवा नदी के किनारे स्थित एक प्राचीन शहर है।
- इसका एक अन्य नाम दशार्ण भी मिलता है।
- पुराणों में विदिशा का नाम भद्रावती तथा आरंगजेब ने इसका नाम आलमगीरपुर रखा था।
- विदिशा में भागवत धर्म से संबंधित होलियाडोरस का प्रसिद्ध गरूड़ स्तंभ है।
- सम्राट अशोक सागर परियोजना हलाली नदी पर स्थित है।
- सम्राट अशोक की पत्नी महादेवी विदिशा की थी।
- उदयगिरि की गुफाएँ विदिशा में है और यह गुप्तकालीन है।
- यहाँ वराह अवतार की लेटी हुई प्रतिमा अत्यन्त प्रसिद्ध है।
- जिले का गंजबासौदा मध्यप्रदेश का सबसे गर्म स्थान है।
- जैन तीर्थंकर शीतलनाथ की जन्मस्थली विदिशा है।
रायसेन जिला ( Raisen District )
- सांची में बौद्ध स्तूप है।
- मंडीदीप में ऑप्टिकल फाइबर बनाने का कारखाना है।
- रातापानी अभ्यारण्य स्थित है।
- ओबेदुल्लागंज के पास भीमबेटका गुफा समूह मानव के आदि जीवन के साक्ष्य प्रदान करती है। जिन्हें 2003 में यूनेस्को ने विश्व धरोहर में शामिल किया।
- रायसेन में ही एक अन्य यूनेस्को विश्व धरोहर में 1989 में शामिल साँची का स्तूप भी है।
- रायसेन के पाटनी गाँव में मृगेन्द्रनाथ की गुफाएँ हैं।
- साँची में अंतर्राष्ट्रीय बौद्ध विश्वविद्यालय का शिलान्यास 2012 में हुआ।
- विश्व का सबसे बड़ा शिवलिंग भोजपुर में है, जहां शिवरात्रि पर प्रतिवर्ष मेला लगता है।
- रायसेन के कुपवाड़ा नामक स्थान पर आचार्य रजनीश (ओशो) का जन्म हुआ।
- रायसेन का किला (राजा राजबसंती द्वारा निर्मित), रातापानी अभ्यारण्य (प्रोजेक्ट टाइगर) और सिंघौरी अभ्यारण्य है।
- मंडीदीप और तामोट यहां के प्रमुख औद्योगिक क्षेत्र हैं।
- मंडीदीप में गैस सिलेंडर कारखाना स्थापित किया गया है।
राजगढ़ जिला ( Rajgarh District )
- राजगढ़ जिले के ब्यावरा में राष्ट्रीय राजमार्गों का चौराहा है।
- राजगढ़ देश का पहला जिला है, जिसने पृथक मानव विकास प्रतिवेदन प्रस्तुत किया है।
- यहां कुबर सिंह के किले को मालवा के कश्मीर का दर्जा प्राप्त है।
- यहीं नरसिंहगढ़ अभ्यारण्य स्थित है तथा चिड़ीखोह अभ्यारण्य भी प्रसिद्ध है।
- पीलूखेड़ी में औद्योगिक केन्द्र है।
ग्वालियर जिला ( Gwalior District )
- ग्वालियर दुर्ग को जिब्राल्टर कहा जाता है। इसे महाराज सूरज सेन ने बनवाया था।
- देश का पहला एडवोकेट ट्रेनिंग सेन्टर है।
- NCC का महिला प्रशिक्षण केन्द्र है।
- AGMP का कार्यालय है।
- महारानी लक्ष्मीबाई शारीरिक विश्व विद्यालय स्थित है।
- तानसेन का मकबरा है।
- यहां सहरिया जनजाति पाई जाती है।
- राजमाता विजया राजे सिंधिया कृषि विश्व विद्यालय स्थित है। (2008 में)
- राजा मानसिंह तोमर संगीत महाविद्यालय (2008 में) स्थापित है।
- गौस मोहम्मद का मकबरा है।
- यहां तेली का मंदिर भी स्थित है, जो द्रविड़ शैली में बना हुआ मध्यप्रदेश में एक मात्र स्थान है।
- रानी लक्ष्मीबाई की समाधि है।
- 1 नवम्बर 1956 को मध्यप्रदेश बनने से पहले मध्य भारत की राजधानी ग्वालियर थी।
- ऐतिहासिक रूप से सिंधिया शासकों की राजधानी ग्वालियर का भारतीय संगीत परंपरा में महत्वपूर्ण स्थान है।
- ग्वालियर में 2008 में राजा मानसिंह तोमर संगीत विश्वविद्यालय की स्थापना की गई थी।
- देश का पहला अधिवक्ता प्रशिक्षण केन्द्र स्थापित किया गया है।
- भारतीय पर्यटन एवं यात्रा प्रबंधन संस्थान 1983 में स्थापित किया गया।
- केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल का प्रशिक्षण केन्द्र है,
- ग्वालियर के घाटी गांव अभ्यारण्य में सोन चिडि़या का संरक्षण किया जा रहा है।
- ग्वालियर में लक्ष्मीबाई शारीरिक प्रशिक्षण विद्यालय 1957 में स्थापित किया गया है।
- मध्यप्रदेश के महालेखाकार का कार्यालय मोतीमहल ग्वालियर में स्थित है।
- राजमाता विजया राजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय है।
- संगीत सम्राट तानसेन तथा उनके गुरू मोहम्मद गौस का मकबरा ग्वालियर में है।
- राजा सूरजसेन द्वारा निर्मित ग्वालियर के किले को किलों का रत्न या जिब्राल्टर ऑफ इंडिया कहा जाता है।
- यहीं पर फूलबाग में रानी लक्ष्मीबाई की समाधि है।
- ग्वालियर किले में स्थित तेली का मंदिर उत्तर भारत में एकमात्र द्रविड़ शैली का मंदिर है।
- इसके अलावा गुजरी महल और दाता बंदी छोड़ गुरूद्वारा यहीं स्थित है।
- कैप्टन रूपसिंह स्टेडियम में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट मैंच होते हैं।
शिवपुरी जिला ( Shivpuri District )
- NH3 गुजरता है जो प्रदेश का सबसे बड़ा राष्ट्रीय राजमार्ग है।
- यहां माधव राष्ट्रीय पार्क स्थित है।
- यहां जॉर्ज कैसल भवन स्थित है।
- सांख्यराजे सिंधिया की समाधि है।
- यहां तात्याटोपे की समाधि स्थित है।
- करैरा अभ्यारण्य – यहां सोन चिरैया का संरक्षण किया जाता है।
- पीर बुधान का मेला लगता है।
- शिवपुरी को मध्यप्रदेश का पहला पर्यटन नगर घोषित किया गया है।
- शिवपुरी में 1958 में स्थापित माधव नेशनल पार्क है। जिसके बीच से नेशनल हाइवे-3 निकलता है।
- यहीं सांख्य सागर झील और जार्ज कैसल भवन स्थित है।
- नलदमयंती की कथा में प्रसिद्ध नरवर का किला स्थित है।
- करैरा अभ्यारण्य है, जहाँ सोन चिडि़या का संरक्षण किया जा रहा है।
- आतंकवादरोधी प्रशिक्षण स्कूल शिवपुरी में है।
- प्रथम स्वतंत्रता संग्राम 1857 के शहीद तात्या टोपे की समाधि शिवपुरी में स्थित है।
गुना जिला ( Guna District )
- यहां भू-उपग्रह दूर संचार उपग्रह केन्द्र है।
- गुना को मालवा व चंबल का प्रवेश द्वार कहा जाता है।
- गुना के विजयपुर में नेशनल फर्टिलाइजर लिमिटेड और गेल इंडिया की उत्पादन इकाइयाँ है।
- हजीरा-विजयपुर-जगदीशपुर पाइपलाइन यहीं से होकर गुजरती है।
- गुना जिले के भावावद गाँव में तेजाजी का मेला लगता है।
अशोकनगर जिला ( Ashoknagar District )
- अशोकनगर में चँदेरी का किला स्थित है।
- सम्राट अशोक के नाम पर अशोकनगर नाम पड़ा।
- चँदेरी में बैजु बावरा की समाधि स्थित है।
- मुंगावली में खुली जेल स्थित है।
- अशोकनगर जिले को 2003 में गुना जिले से अलग करके बनाया है।
- चंदेरी का प्रसिद्ध किला यहीं पर स्थित है। जिसका निर्माण प्रतिहार नरेश कीर्तिपाल ने कराया। इस किले में नौलखा महल, खूनी दरवाजा तथा जौहर कुंड स्थित है।
- चंदेरी कलात्मक साडि़यों के लिए देश-विदेश में प्रसिद्ध है।
- चंदेरी में महान संगीतकार बैजू बावरा की समाधि स्थित है।
- करीला माता मंदिर अशोकनगर में स्थित है।
- अशोकनगर के मुंगावली में प्रदेश की पहली खुली जेल स्थापित की गई है।
दतिया जिला ( Datia District )
- दतिया का पूर्व नाम दिलीपनगर था ।
- यहां सोनागिरी स्थित है।
- गुर्जरा से अशोक अभिलेख प्राप्त हुये है, जिनमे अशोक का नाम अशोक मिलता है।
- दतिया में पीतांबरा पीठ मध्यप्रदेश की एकमात्र शक्तिपीठ है।
- यह बुंदेला राजा बीरसिंहदेव के महल के लिए प्रसिद्ध है।
- यह प्रदेश का सर्वाधिक सिंचित जिला है।
- यहाँ अशोक का गुर्जरा अभिलेख प्राप्त हुआ है। जिसमें अशोक नाम मिलता है।
- दतिया में जैनों का प्रसिद्ध सोनागिरी तीर्थ है।
- दतिया के किले में लिखा है कि न्याय मुकुट का हीरा है।
- दतिया को लघु वृंदावन कहा जाता है।
- यहीं पर उन्नव बालाजी सूर्य मंदिर है।
जबलपुर जिला ( Jabalpur District )
- प्रदेश की सर्वाधिक साक्षरता दर।
- प्रदेश का पहला कृषि विश्व विद्यालय स्थित है। जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय
- प्रदेश एक मात्र नानाजी देशमुख वैटनरी विश्वविद्यालय स्थित है।
- प्रदेश का एक मात्र मेडिकल विश्वविद्यालय स्थित है।
- तेंदुपत्ता व बीड़ी उत्पादन में अग्रणी।
- जबलपुर मध्यप्रदेश के चार महानगरों में से एक है और इसे मध्यप्रदेश की संस्कार राजधानी होने का गौरव प्राप्त है।
- जबलपुर के रूपनाथ में अशोक का अभिलेख प्राप्त हुआ है।
- मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय का मुख्यालय जबलपुर में है।
- महात्मा गाँधी सामुदायिक विकास केन्द्र, रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय और जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय (देश का प्रथम कृषि विश्वविद्यालय) स्थित है।
- भारतीय वन अनुसंधान संस्थान, देहरादून का क्षेत्रीय कार्यालय जबलपुर में है।
- यहां देश का पहला रत्न परिष्करण केंद्र है।
- केंद्रीय रक्षा मंत्रालय के अधीन भारी वाहन कारखाना, गन कैरिज एवं आर्डिनेंस फैक्ट्री है।
- देश का पहला विकलांग पुनर्वास केन्द्र जबलपुर में है।
- पं. रविशंकर स्टेडियम है।
- नानाजी देशमुख पशु चिकित्सा विश्वविद्यालय स्थित है।
- पर्यटन की दृष्टि से मदन महल, चौसठ योगिनी मंदिर और भेड़ाघाट जलप्रपात प्रमुख है।
- नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल कॉलेज स्थित हैं।
- नार्मर बोरलाग अंतर्राष्ट्रीय कृषि अनुसंधान केंद्र यहीं स्थित है।
- भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी अभिकल्पना एवं विनिर्माण संस्थान ( IIITDM ) (2005) की स्थापना की गई है।
डिंडोरी जिला ( Dindori District )
- डिंडौरी जिले का गठन 1998 में मंडला से अलग करके किया गया है।
- मध्यप्रदेश में न्यूतम जनसंख्या घनत्व (94 व्यक्ति) वाला जिला है।
- जीवाश्म राष्ट्रीय उद्यान प्रदेश का सबसे छोटा जीवाश्म नेशनल पार्क डिंडौरी में है।
कटनी जिला ( Katni District )
- कटनी को जबलपुर से पृथक करके 1998 में जिला बनाया गया।
- कटनी को ‘चूना नगरी’ कहा जाता है।
- देश की पहली किन्नर महापौर कमला जॉन यहीं से बनी थी।
- ठगी प्रथा को खत्म करने में सहायता करने वाले कर्नल स्लीमन के नाम पर यहाँ स्लीमनाबाद नगर स्थापित किया गया जहाँ स्टोन पार्क है।
- कटनी की विजयाराघगढ़ तहसील लौह अयस्क के लिए प्रसिद्ध है।
- इलेक्ट्रॉनिक एवं डीजल लोकोसेड कारखाने की स्थापना की गई है।
सिवनी जिला ( Sivni District )
- सिवनी में बेनगंगा नदी पर एशिया का सबसे बड़ा मिट्टी का बाँध बनाया गया है। इसे भीम बाँध या संजय सरोवर कहते हैं।
- सिवनी को मध्यप्रदेश का लखनऊ कहा जाता है।
- यहीं पर भैरोनाथ का मेला लगता है।
- मुंदारा नामक स्थान से वेनगंगा नदी का जन्म होता है। वेनगंगा नदी दक्षिण दिशा में प्रवाहमान नदी है।
- टुरिया जंगल सत्याग्रह का संबंध सिवनी से है।
- सिवनी का लखनादौन काली मूंछ चावल और मावाबाटी के लिए प्रसिद्ध है।
- पेंच राष्ट्रीय उद्यान यहीं स्थित है। जिसे टाइगर प्रोजेक्ट में शामिल किया गया है, राज्य सरकार यहीं पर मोगली उत्सव मनाती है। इसी पार्क में मोगलीलैंड का निर्माण किया जा रहा है।
- पेंच सिवनी से NH-7 गुजरता है।
बालाघाट जिला ( Balaghat District )
- बालाघाट मध्यप्रदेश का सर्वाधिक लिंगानुपात (1021) वाला जिला है।
- यह जिला बाँस के वन और मैंगनीज की खदान के लिए प्रसिद्ध है। इसे मैंग्नीज नगरी भी कहा जाता है। District Wise MP GK
- मध्यप्रदेश व महाराष्ट्र की संयुक्त परियोजना बावनथड़ी यहीं पर स्थित है।
- बैगा जनजाति पाई जाती है, बैगा चक यही पर है।
- मैंगनीज की एशिया की सबसे बड़ी खुली खदान भरवेली बालाघाट में है।
- मजालखंड ताम्र अयस्क उत्पादन के लिए प्रसिद्ध है।
- बालाघाट के जंगलों को शिकारियों का स्वर्ग कहा गया है।
- यहाँ प्रदेश का पहला वनराजिक महाविद्यालय स्थापित किया गया है।
- यहाँ देव नदी पर मलधर जल प्रपात है। गंगुलधारा जल प्रताप भी यहीं है।
मंडला जिला ( Mandla District )
- चुटका परमाणु विद्युत केन्द्र बनाया जा रहा है।
- कान्हा किसली प्रदेश का सबसे बड़ा राष्ट्रीय पार्क यहीं स्थित है।
- मोती महल व बघेलिन महल मंडला में है।
- गन्ना अनुसंधान केन्द्र स्थित है।
नरसिंहपुर जिला ( Narsinghpur District )
- राज्य का एकमात्र किशोर बंदीगृह नरसिंहपुर में है।
- गाडरवाड़ा में स्थित बरमान घाट पर मकर संक्राति पर बरमान का मेला लगता है।
- चौरागढ़ किले का निर्माण संग्रामसिंह द्वारा कराया गया।
छिन्दवाड़ा जिला ( Chindwara District )
- छिन्दवाड़ा, क्षेत्रफल के आधार पर मध्यप्रदेश का सबसे बड़ा जिला है।
- राज्य का मानव विकास संस्थान छिन्दवाड़ा में है।
- छिन्दवाड़ा के तामिया विकासखंड में पातालकोट नाम स्थान पर भारिया जनजाति निवास करती है।
- यहाँ पर दूधी नदी बहती है, जो नर्मदा की सहायक नदी है।
- छिन्दवाड़ा में स्याही बनाने का सरकारी कारखाना है।
- जाम नदी के किनारे पांढुर्ना में गोटमार की प्रथा प्रचलित है।
- यहीं उमरेठ में मेघनाथ का मेला प्रसिद्ध है।
- छिन्दवाड़ा में एग्रो कॉम्पलेक्स स्थापित है।
- यह राज्य में सर्वाधिक अदरक उत्पादक जिला है।
- आदिवासी कला संग्रहालय छिन्दवाड़ा में स्थापित किया गया है।
- कोयला, ताँबा, मैंगनीज का उत्पादन किया जाता है।
- लिलाही प्रपात, कन्हान नदी पर स्थित है।
उज्जैन जिला ( Ujjain District )
- महाकाल की नगरी उज्जैन प्राचीन धार्मिक नगरी के रूप में विश्व प्रसिद्ध है।
- यहाँ दक्षिणमुखी ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर मंदिर है।
- क्षिप्रा नदी के तट पर प्रत्येक बारह वर्ष में सिंहस्थ कुम्भ मेला लगता है।
- क्षिप्रा नदी को मोक्षदायिनी नदी कहा जाता है।
- उज्जैन का प्राचीन नाम अवंति था। District Wise MP GK
- उज्जैन के नागदा में कृत्रिम रेशे का कारखाना है।
- यहाँ पर एशिया का सबसे बड़ा सोयाबीन संयंत्र स्थापित है।
- संस्कृत शिक्षा के प्रसार के लिए 2008 में महर्षि पाणिनी विश्वविद्यालय की स्थापना की गई।
- यहाँ भतृहरि की गुफाएँ, संदीपनी आश्रम, बड़े गणेश, काल भैरव मंदिर, मंगलनाथ मंदिर, वैश्य टेकरी मंदिर और हरसिद्धि प्रसिद्ध हैं।
- इस नगर को राजा विक्रमादित्य ने अपनी राजधानी बनाया था।
नीमच जिला ( Neemuch District )
- नीमच जिले की सैनिक छावनी से 3 जून 1857 को प्रथम स्वतंत्रता संग्राम की मध्यप्रदेश में शुरूआत मानी जाती है।नीमच छावनी की स्थापना 1818 में की गई थी।
- केंद्रीय वित्त मंत्रालय के स्वामित्व वाली एक्लाइड फैक्ट्री नीमच में स्थापित की गई।
- नीचम के झांतला गांव में पहला ग्राम न्यायालय स्थापित किया गया था।
- शहाबुद्दीन औलिया की मजार पर उर्स तथा मेला लगाता है।
- CRPF का ट्रेनिंग सेंटर स्थित है।
मंदसौर जिला ( Mandsaur District )
- मंदसौर का प्राचीन नाम दसपुर है।
- मंदसौर शिवना नदी के किनारे स्थित है।
- यहीं पर गुप्त शैली में निर्मित पशुपतिनाथ का मंदिर है।
- स्लेट पेंसिल बनाने का कारखाना है।
- मंदसौर में गाँधी सागर बांध चंबल नदी पर तथा गांधी सागर अभ्यारण्य है।
- यह अफीम उत्पादक जिला है।
- यशोवर्मन का मंदसौर अभिलेख प्रसिद्ध है।
- मंदसौर के किले का निर्माण अलाउद्दीन खिलजी ने करवाया।
- गांधी सागर बांध चंबल नदी पर स्थित है।
देवास जिला ( Dewas District )
- देवास जिले में नर्मदा, कालीसिंध, क्षिप्रा और जामनेर नदियाँ बहती हैं।
- देवास में लेदर कॉम्प्लेक्स स्थापित किया गया है।
- देवास में करेंसी नोट छापने की प्रेस है।
- टाटा का असेंबली सेंटर है। District Wise MP GK
- जामगोदरानी में पवनचक्की संयंत्र स्थापित किए गए हैं।
- यहीं पर क्योनी अभ्यारण्य स्थापित किया गया है।
रतलाम जिला ( Ratlam District )
- रतलाम अंगूर उत्पादन के लिए प्रसिद्ध जिला है।
- यहीं पर राज्य का अंगूर अनुसंधान केंद्र स्थापित किया गया है।
- जावरा में चीनी मिल प्रसिद्ध है।
- सैलाना अभयारण्य में खरमोर पक्षी को संरक्षण प्रदान किया जा रहा है।
- यहां का सेलखड़ी उद्योग प्रसिद्ध है।
- यह सेव नमकीन के लिए प्रसिद्ध है।
आगर मालवा जिला ( Agar Malwa District )
- शाजापुर जिले की सुसनेर तहसील को अलग करके 15 अगस्त 2013 को आगर मालवा को मध्यप्रदेश का 51वाँ जिला बनाया गया है।
- यहाँ देश का पहला गौ-अभ्यारण्य बनाया गया है।
- आगर मालवा जनसंख्या के लिहाज से सबसे छोटा जिला है।
शाजापुर जिला ( Sajapur District )
- शाजापुर में कालीसिंघ, नेवज, चिल्लर आदि नदियाँ बहती है।
- यहाँ के मोमन बड़ोदिया में मेला लगता है। District Wise MP GK
- मक्सी, शाजापुर का प्रसिद्ध औद्योगिक केंद्र है जहाँ डाबर का संयंत्र है।
- कवि बालकृष्ण शर्मा ‘नवीन‘ की जन्मस्थली है।
भिंड जिला ( Bhind District )
- भिंड को बागियों का गढ़ कहते हैं।
- सबसे कम लिंगानूपात यहीं पर है।
- भिंड की गोहद तहसील मध्यप्रदेश का सबसे कम वर्षा वाला स्थान है।
- भिंड को बागियों का गढ़ कहा जाता है।
- मालनपुर औद्योगिक क्षेत्र प्रसिद्ध है, जिसे राज्य का दूसरा सूखा बंदरगाह कहा जाता है।
- सरसों उत्पादन के लिए प्रसिद्ध है।
- भिंड न्यूनतम अनुसूचित जनजाति जनसंख्या वाला जिला है।
मुरैना जिला ( Morena District )
- सरसों उत्पादक जिला है।
- चंबल नदी पर – चंबल घडि़याल परियोजना स्थित है, यहां घडि़यालों का संरक्षण किया जाता है तथा डॉल्फिनों का भी संरक्षण करते है।
- पहाड़गढ़ के शैलचित्र प्रसिद्ध है।
- चम्बल नदी ने मृदा अपरदन सबसे ज्यादा मुरैना में ही किया है।
- यहीं पर मध्यप्रदेश का एक प्रमुख औद्योगिक केंद्र बामौर है जहाँ 1921 में राज्य की पहली सीमेंट फैक्ट्री एसीसी द्वारा स्थापित की गई। District Wise MP GK
- चंबल नदी के द्वारा अवनालिका अपरदन से मुरैना सर्वाधिक प्रभावित जिला है, जिसके कारण चंबल के बीहड़ों का निर्माण होता है।
श्योपुर जिला ( Sheopur District )
- श्योपुर काष्ठ कला के लिए विख्यात है।
- कूनो पालपुर अभ्यारण्य में गुजरात के गिर से बब्बर शेरों का स्थानांतरण किया जा रहा है।
- श्योपुर को 1998 में मुरैना से अलग कर जिला बनाया गया है।
- श्योपुर जिला काष्ठ के खिलौने के लिए प्रसिद्ध है।
- यहाँ मध्यप्रदेश की अति पिछड़ी सहारिया जनजाति निवास करती है।
सागर जिला ( Sagar District )
- प्रदेश का सबसे बड़ा अभ्यारण्य नौरादेही सागर में स्थित है।
- सागर को भारत का हृदय कहा जाता है।
- सागर की बीना तहसील में रिफायनरी स्थित है, जो ओमान के सहयोग से बनी है।
- स्टील कॉम्प्लेक्स सागर में स्थित है।
- फोरेंसिक साइंस लेब सागर में है।
- सागर में मध्यप्रदेश का सबसे पुराना हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय 1946 में स्थातिप किया गया। 2009 में इसे केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा प्राप्त है।
- बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज की स्थापना 2009 में की गई।
- सागर में जवाहरलाल नेहरू राज्य पुलिस अकादमी की स्थापना की गई है, जहाँ पुलिस प्रशिक्षण का कार्य किया जाता है। District Wise MP GK
- सागर को भारत का हृदय कहा जाता है।
- रहली का सूर्य मंदिर और राहतगढ़ प्रपात प्रसिद्ध है।
- सागर के ऐरण अभिलेख में सती प्रथा के प्रथम साक्ष्य मिले हैं।
- मध्यप्रदेश की फॉरेंसिक सांइस प्रयोगशाला यहीं पर स्थित है।
- जिले की बीना तहसील में आगासोद नामक स्थान पर भारत ओमान रिफाइनरी (भारत पेट्रोलियम) स्थापित है।
- सागर में धमोनी उर्स लगता है।
छतरपुर जिला ( Chatarpur District )
- छतरपुर जिले की प्रसिद्धि खजुराहो में चन्देल वंश के द्वारा निर्मित मंदिरों के कारण है। इन्हें 1986 में यूनेस्को ने विश्व विरासत स्थलों में शामिल किया है।
- चंदेल शासकों की राजधानी होने के कारण इसे जेजाकमुक्ति कहा जाता था।
- प्रतिवर्ष खजुराहो में भारतीय शास्त्रीय नृत्य समारोह का आयोजन किया जाता है।
- देश की पहली नदी जोड़ो परियोजना केन-बेतवा सम्पर्क के तहत दोधन बाँध निर्माणाधीन है।
- खजुराहो के कंदरिया महादेव मंदिर, लक्ष्मण मंदिर, चित्रगुप्त मंदिर आदि प्रमुख है।
- छतरपुर में जल बिहारी का मेला लगता है।
टीकमगढ़ जिला ( Tikamgarh District )
- 01 अक्टूबर 2018 को टीकमगढ जिले को विभाजित करके एक नया जिला निवाडी बनाया गया !
- यहीं पर प्रसिद्ध कुंडेश्वर (कुंडेश्वर महादेव मंदिर) है। जहाँ प्रतिवर्ष शिवरात्रि पर मेला लगता है।
निवाडी जिला ( Niwari District )
- 01 अक्टूबर 2018 को टीकमगढ जिले से अलग करके बनाया गया मध्यप्रदेश का 52th जिला है
- इसमें टीकमगढ जिले की 3 तहसीलें निवाडी, ओरछा व प्रथ्वीपुर को शामिल किया गया !
- अब मध्यप्रदेश में क्षेत्रफ़ल की द्रष्टि से सबसे छोटा जिला निवाडी व जनसख्या की द्रष्टि से सबसे छोटा जिला निवाडी हो गया है ! District Wise MP GK
- तहसीलों की संख्या की द्रष्टि के हिसाब से भी यह मध्यप्रदेश का सबसे छोटा जिला है !
- यह सागर संभाग का एक जिले के रूप में अस्तित्व में आने के कारण अब सागर संभाग में जिलों की संख्या 5 से बढकर 6 हो गई है !
- बुंदेलखंड के अंतर्गत निवाडी जिले में प्रसिद्ध पर्यटन और एतिहासिक नगरों में ओरछा का विशेष महत्व है।
- ओरछा में राजाराम मंदिर, जहाँगीर महल और बुंदेला शासकों की छतरियाँ हैं।
- ओरछा में 2005 में रामायण कला संग्रहालय बनाया गया है।
- निवाडी जिले के पहले कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह को बनाया गया !
दमोह जिला ( Damoh District )
- पीतल नगरी के नाम से प्रसिद्ध दमोह बुंदेलखंड का एक प्रमुख शहर है।
- यहाँ डायमंड सीमेंट का कारखाना है। जबकि एक अन्य कारखाना बिड़ला समूह की सीमेंट फैक्ट्री भी है। District Wise MP GK
- नोहटा गौरेया नदी के किनारे स्थित है, जहाँ प्राचीन नोहलेश्वर मंदिर है।
- बातीगढ़ का प्रसिद्ध किला पर्शियन वास्तुकला का उत्तम उदाहरण है।
- यहांपर राजी दुर्गावती कालीन सिंगोरगढ़ का किला है।
- कुंडलपुर में जैन धर्म का प्रसिद्ध जैन मंदिर है।
पन्ना जिला ( Panna District )
- विंध्य पर्वत श्रेणी में अवस्थित है।
- पन्ना भारत में एकमात्र जिला है जहाँ बहुमूल्य खनिज हीरा प्राप्त होता है। यहाँ हीरा उत्खनन का कार्य नेशनल मिरलर डेवलपमेंट कार्पोरेशन द्वारा किया जा रहा है।
- पन्ना नेशनल पार्क (प्रोजेक्ट टाइगर) के बीचों-बीच में केन नदी निकलती है। यहीं पांडव जलप्रपात स्थित है।
- पन्ना में अजयगढ़ का प्रसिद्ध किला है।
- दधिचि मंदिर, प्राणनाथ मंदिर, पद्मावती मंदिर आदि प्रसिद्ध हैं।
- पांडव प्रपात स्थित है। District Wise MP GK
- ट्री हाऊस पन्ना में स्थित है।
- पुरैना औद्योगिक केन्द्र है।
रीवा जिला ( Rewa District )
- सफेद शेरों की भूमि।
- म.प्र. का सबसे ऊंचा जल-प्रपात चचाई बीहड नदी पर स्थित है।
- यहां महामृत्युंजय का मेला लगता है।
- प्रदेश का एकमात्र सैनिक स्कूल स्थित है।
- आम अनुसंधान केन्द्र – गोविंदगढ़ रीवा में स्थित है।
- अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय स्थित है।
- सफेद शेरों की भूमि वाला रीवा, मध्यप्रदेश की सर्वाधिक ग्रामीण आबादी वाला जिला है।
- यह पूर्व विंध्य प्रदेश की राजधानी रहा है।
- रीवा शहर बिछिया नदी के किनारे स्थित है। टोंस यहाँ की एक अन्य प्रमुख नदी है।
- रीवा में प्रदेश का एकमात्र सैनिक स्कूल है।
- रीवा के गोविंदगढ़ में आम अनुसंधान केन्द्र है।
- बाणसागर परियोजना का मुख्यालय रीवा में ही है।
- सुपारी के खिलौने के लिए रीवा की विशेष ख्याति है।
- रीवा में बीहड़ नदी पर चचाई जलप्रपात स्थित है। 130 मीटर ऊँचा चचाई जल प्रपात है।
- रीवा में अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय है।
- यहाँ पशु महाविद्यालय भी स्थापित किया गया है।
- ठाकुर रमणतसिंह स्टेडियम रीवा में ही स्थित है।
- इसके अलावा रीवा में पुलिस वाहन प्रशिक्षण शाला, गोविंदगढ़ में स्थित है, जबकि पुलिस वर्कशॉप रीवा शहर में ही स्थित है।
सीधी जिला ( Sidhi District )
- सीधी जिले में गोपद, सोन, महान व बनास नदियाँ बहती है।
- यहाँ पर संजय डुबरी राष्ट्रीय उद्यान स्थित है, जिसे 2007 में प्रोजेक्ट टाइगर में शामिल किया गया है।
सिंगरौली जिला ( Singrauli District )
- बैढ़न ताप विद्युत केद्र रूस की सहायता से बना है।
- खनिज राजस्व की दृष्टि से राज्य के जिलों में सिंगरौली पहले स्थान पर है।
- ऊर्जा खनिजों की उपस्थिति के कारण सिंगरौली (बैढन तहसील) को राज्य की ऊर्जा राजधानी होने का गौरव प्राप्त है। District Wise MP GK
- बैढन ताप विद्युत केन्द्र की स्थापना सोवियत संघ की सहायता से की गई है।
- विन्ध्यांचल ताप विद्युत गृह का निर्माण एनटीपीसी द्वारा किया गया है, जो प्रदेश का सर्वाधिक क्षमता वाला ताप ऊर्जा संयंत्रहै।
- ऐतिहासिक माडा गुफाएँ यही स्थित है।
- एल्युमीनियम कंपनी हिडाल्कों का संयंत्र सिंगरौली में ही स्थित है।
सतना जिला ( Satna District )
- माँ शारदा में मंदिर के लिए प्रसिद्ध मैहर सतना जिले में ही आता है।
- सतना को मध्य्रपदेश की संगीत राजधानी होने का गौरव प्राप्त है।
- यहीं मंदाकिनी नदी के किनारे पवित्र नगरीय चित्रकूट है।
- महात्मा गाँधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय (1991) है।
- स्फटिक शिला चित्रकूट में राम के पद चिन्ह हैं। ऐसा माना जाता है कि भगवान राम ने सीता के साथ वनवास का कुछ समय चित्रकूट में बिताया था। जानकी कुंड और लक्ष्मण मंदिर यहीं है।
- प्रसिद्ध सरोद वादक उत्साद अलाउद्दीन खां की कर्मस्थली मैहर यही है।
- सतना मुख्यतया सीमेंट उद्योग के लिए प्रसिद्ध है।
- सतना के मुकुदपुर में व्हाइट टाइगर सफारी स्थापित की गई है।
- चूना और गेरू के उत्पादन में यह शीर्ष जिला है।
- सती अनुसूया और महर्षि अत्री का आश्रम भी सतना के चित्रकूट में है।
- सतना में ही कलिंजर का प्रसिद्ध किला भी है।
- चित्रकुट व मैहर को 2009 में पवित्र नगर घोषित किया गया है।
- चित्रकूट में गधों का मेला लगता है। District Wise MP GK
- सतना सीमेंट व बीड़ी उद्योग के लिए प्रसिद्ध है।
- तुलसी संग्रहालय चित्रकूट में स्थित है।
शहडोल जिला ( Shahdol District )
- यूरेनियम का एकमात्र उत्पादक
- शहडोल में सोन नदी पर देवलोंद नामक स्थान पर बाणसागर परियोजना का बांध स्थापित किया गया है।
- यहीं सोन नदी पर घडि़याल अभ्यारण्य बनाया गया है।
- कैमूर और मैकाल पर्वत का मिलन बिंदु यहीं पर स्थित है।
- अमरकंटक ताप 300 ऊर्जा गृह शहडोल में ही स्थित है।
- सोहागपुर में मध्यप्रदेश का सबसे बड़ा कोयला क्षेत्र है।
- शहडोल जिले में ही रिलायंस इंडस्ट्रीज को कोल बिड मिथेन के भंडार प्राप्त हुए है।
- सोहागपुर में ही विराटेश्वर मंदिर और कामदेव मंदिर भी अवस्थित है।
- बिड़ला समूह द्वारा स्थापित ओरिएंट पेपर मिल शहडोल में है।
अनूपपुर जिला ( Anuppur District )
- अनूपपुर को 15 अगस्त 2003 को शहडोल से अलग कर जिला बनाया गया।
- मध्यप्रदेश की जीवनरेखा नर्मदा नहीं अनुपपूर जिले की पुष्पराजगढ़ तहसील से निकलती है।
- यहीं पर नर्मदा नदी कपिलधारा और दुग्धधारा जलप्रपात का निर्माण करती है।
- अमरकंटक में केंद्रीय इंदिरा गाँधी जनजातीय विश्वविद्यालय की स्थापना की गई है।
- कर्ण मठ का संबंध भी अमरकंटक से ही है।
- ग्राम पंचायत प्रशिक्षण संस्थान अमरकंटक में है।
- बॉक्साइट की खदान है। District Wise MP GK
- अमरकंटक – अचानकुमार जैव आरक्षित क्षेत्र मध्यप्रदेश का नवीनतम जैव आरक्षित क्षेत्र है।
उमरिया जिला ( Umaria District )
- उमरिया में बाँधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान है। यह देश के सर्वाधिक बाघ घनत्व वाला राष्ट्रीय उद्यान है। इसे 1993 में प्रोजेक्ट टाइगर में शामिल किया गया है।
- बाँधवगढ़ का किला बघेल वंश के शासकों द्वारा 14वीं श्ताब्दी में बनवाया गया है।
- यहाँ शेषशाही तालाब और विष्णु मंदिर स्थित है।
- यहीं पर लाख बनाने का सरकारी कारखाना है।
- वीरसिंहपुर पालि में संजय गांधी ताप विद्युत ग्रह स्थित है।
होशंगाबाद जिला ( Hoshangabad District )
- नर्मदा नदी के किनारे होशंगाबाद को होशंगशाह ने बसाया।
- नर्मदा व तवा नदी का संगम बांद्राभान पर होता है।
- होशंगाबाद के आगर गाँव में टंगस्टन खनिज मिलता है।
- मध्यप्रदेश का पहला जैव आरक्षित क्षेत्र पचमढ़ी में 1999 में स्थापित किया गया है। इसे यूनेस्को ने अपनी संरक्षित सूची में स्थान दिया है।
- इटारसी मध्यप्रदेश का सबसे बड़ा रेलवे जंक्शन है।
- मध्यप्रदेश का सबसे बड़ा सड़क पुल तवा नदी पर बाबई नामक स्थान पर है।
- बाबई औद्योगिक क्षेत्र पोहा व दाल क्लस्टर के लिए प्रसिद्ध है।
- मध्यप्रदेश का एकमात्र हिल स्टेशन पचमढ़ी है !
- एमपी एग्रो मोरारजी फर्टीलाइजर संयंत्र होशंगाबाद में है !
- युवा नेतृत्व एवं ग्रामीण विकास संस्थान पचमढ़ी में स्थित है।
- पचमढ़ी में अप्सरा और रजत प्रपात हैं। District Wise MP GK
- धूपगढ़ की चोटी 1350 मीटर राज्य की सबसे ऊँची चोटी है।
- पचमढ़ी प्रदेश का सर्वाधिक वर्षा वाला स्थान है।
- होशंगाबाद में सागौन वनों के लिए प्रसिद्ध बोरी घाटी है।
- होशंगाबाद में सिक्युरिटी पेपर मिल है जहाँ नोट का कागज बनाया जाता है।
हरदा जिला ( Harda District )
- हरदा भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में एक महत्वपूर्ण स्थल रहा है। 1916 में तिलक और 1933 में गांधीजी ने यहाँ की यात्रा की थी।
- नर्मदा नदी के किनारे हंडिया एक प्रसिद्ध पर्यटक स्थल है और तेली की सराय भी यहीं है।
- टिमरनी तहसील के सोडलपुर गाँव में प्रसिद्ध काना बाबा का मेला लगता है।
- हरदा में बोरी अभ्यारण्य स्थित है।
बैतूल जिला ( Betul District )
- बैतूल जिले में मुलताई से ताप्ती नदी का उद्गम होता है।
- सारणी ताप विद्युत गृह बैतूल में ही।
- आमला में वायु सेना की छावनी है।
- कालीभीति अभ्यारण्य में भालुओं का संरक्षण किया जा रहा है।
- बैतूल के मुक्तागिरी में प्रसिद्ध जैन तीर्थ स्थल है, यहाँ जैन धर्म के 56 मंदिर है।
- यहीं पर कॉफी उत्पादक स्थल कुकरू है।
- ग्रेफाइट खनिज के लिए बैतूल प्रसिद्ध है।
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